शराबबंदी : शराब तस्करों को अपने घर ले जाकर दारोगा करने लगा सौदा
शराबबंदी को दारोगा ने दिखाया ठेंगा, आरोपित दारोगा को बचाने में जुटा एक्साइज विभाग
शराबबंदी : शराब तस्करों को अपने घर ले जाकर दारोगा करने लगा सौदा
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फ्लैग्शीप अभियान ‘शराबबंदी” है. इसको सफल बनाने के लिए वो ऐड़ी-छोटी का जोर लगाए हुए हैं. लेकिन उनके इस अभियान को पुलिस महकमे ने अपनी अवैध कमाई का सबसे बड़ा जरिया बना लिया है. वैसे अबतक कई पुलिसकर्मी शराब के अवैध कारोबार में सलिप्त पाए गए हैं. लेकिन आज तो उत्पाद विभाग का एक दारोगा ही शराब तस्करों से मोलभाव करते पकड़ा गया है. मोतिहारी में एक आबकारी दारोगा के घर से 39 बोतल विदेशी शराब के साथ दो तस्कर पकड़े गये हैं. चर्चा है कि जिस छापेमारी हुई उस समय वह दारोगा अपने आवास पर ही था. लेकिन रेड मारने वाली टीम ने उस दारोगा को पकड़ कर छोड़ दिया. सिर्फ उसके घर से शराब और तस्कर को लेकर एक्साइज थान पहुंची. मामला फंसता देख अब उत्पाद अधीक्षक अब जांच की बात कर रहे हैं.
खबर के मुताबिक़ गुरुवार को अत्पाद दारोगा नागेन्द्र कुमार और विश्वमोहन पासवान ने कोटवा में विकास कुमार सहनी और चंदेश्वर सहनी को शराब के साथ गिरफ्तार किया था. दोनों तस्कर कोटवा थाना के टलवा गांव के रहने वाले हैं. इस छापेमारी में दोनों दारोगा के अलावा सिपाही राजकिशोर, राजेश मांझी, कृष्णा कुमार और देवेन्द्र कुमार भी शामिल थे. खबरों के मुताबिक दारोगा नागेन्द्र प्रसाद ने शराब पकड़े जाने की सूचना वरीय अधिकारियों को नहीं दी और तस्करों को छोड़ने की डील करने लगे. दारोगा नागेन्द्र कुमार शराब और तस्करों को अपने फ्लैट पर ले आये.
उत्पाद अधीक्षक को इसकी भनक लगी, उन्होंने उत्पाद विभाग के अपने ही दारोगा के घर पर छापा मार दिया. जब उत्पाद दारोगा के फ्लैट पर छापा मारा गया तो वहां से शराब की बोतलें और दोनों तस्कर मिल गये. चर्चा के मुताबिक आरोपित दारोगा को जानबूझ कर वहां से फरार होने का मौका दिया गया. मोतिहारी के हवाई अड्डा क्षेत्र के बरियारपुर मुहल्ला में उत्पाद दरोगा का यह फ्लैट है. पूछताछ के बाद दोनों तस्करों को जेल भेज दिया गया. इस मामले में बबलू सहनी सहित तीन के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है.लेकिन अब इस मामले में उत्पाद अधीक्षक की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है.
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