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मुजफ्फरपुर में आंसरशीट्स-एडमिट कार्ड बेचने की तैयारी, लेकिन पकड़ा गया ट्रक

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सिटी पोस्ट लाइव :( अंजलि श्रीवास्तव ) बिहार में शिक्षा विभाग और घपले घोटाले के बीच चोली दामन का रिश्ता हो गया है. कभी परीक्षा की कापियां गायब हो जा रही हैं तो कभी एडमिट कार्ड गायब हो जा रहा है. गोपालगंज और नालंदा से बोर्ड के परीक्षा की कापियां गायब होने के बाद अब मुजफ्फरपुर से एक और बड़ा मामला सामने आ गया है. बिहार के बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्‍वविद्यालय  से  ट्रक के जरिये  एडमिड कार्ड व उत्तर पुस्तिकाओं को चोरी चुप्पे बाहर भेजे जाने का मामला सामने आया है. हालांकि मौके पर पहुँच कर पुलिस ने तरका को जप्त कर लिया है . सभी  कॉपियां एडमिड कार्ड व उत्तर पुस्तिकाएं वरामद हो गई हैं. अगर थोड़ी देर होती तो ये भी गायब हो जातीं.

पुलिस के अनुसार  स्नातक पार्ट वन के उन विद्यार्थियों के भी एडमिट कार्ड मिले हैं  जिनकी अभी द्वितीय वर्ष की परीक्षा चल रही है. वहीं 2016-17 में आयोजित स्नातक परीक्षा के बचे प्रश्नपत्र भी ट्रक पर मिले हैं. इसके अलावा भारी संख्या में उत्तरपुस्तिकाएं भी लदी मिलीं. छात्रों की शिकायत पर ट्रक को जब्त कर लिया गया है. कुलपति डॉ. अमरेंद्र नारायण यादव ने दोषियों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. जानकारी के अनुसार शनिवार की देर शाम मुजफ्फरपुर के एलएस कॉलेज कैंपस से लोडेड ट्रक गुजरते देखकर छात्रों को संदेह हुआ. छात्र संघ प्रतिनिधि ठाकुर प्रिंस ने पीछा कर ट्रक को रुकवाया. चालक व सहायक विनोद राय से पूछताछ हुई तो गड़बड़ी सामने आ गई.इसके बाद छात्र संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष बसंत कुमार उर्फ सिद्धू को बुलाया गया. विश्वविद्यालय थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और ट्रक को कब्जे में ले लिया. वहीं बड़ी संख्या में छात्र इस मामले को लेकर वीसी आवास पहुंच गए.

एडमिट कार्ड्स और आंसर शीट्स ट्रक के जरिये कहाँ भेजे जा रहे थे ? कौन इसे भेंज रहा था ? क्या इसका मकसद था ,पुलिस मामले की जांच कर रही है. सूत्रों के अनुसार एक बड़ा रैकेट इसके पीछे हो सकता है. आंसर शीट्स का बाहर जाना एक बहुत बड़ी बात है. इसके जरिये कोई भी बाहर से कॉपी लिखकर परीक्षा हाल में ला सकता है . कई तरह के बड़े काण्ड हो सकते हैं.  मैट्रिक परीक्षार्थी की कॉपियां गायब हो जाने से बिहार बोर्ड में हड़कंप मच गया था. जिस कारण रिजल्ट भी देर से दिया गया. हालांकि गोपालगंज में कॉपियां कबाड़ी वाले को बेचीं गई थी. लेकिन नालंदा में गायब कापियों को बरामद करने के लिए पड़ताल जारी है .

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