एक्शन में मोदी सरकार, एएमयू हिंसा में 1,000 लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर.
सिटी पोस्ट लाइव : नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर हुए प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में शामिल लोगों को सरकार छोड़ने के मूड में नहीं है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी हिंसा के मामले 1,000 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.ये एफ़आईआर आईपीसी की धारा 147 (दंगा करने), 153 (दंगा भड़काने की कोशिश) और 332 (जान-बूझकर नुक़सान पहुंचाना और सरकारी अधिकारियों को ड्यूटी निभाने से रोकना) के तहत दर्ज की गई है.
एफ़आईआर के अनुसार पहले वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया लेकिन जब हालात नहीं सुधरे तो भीड़ को क़ाबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और थोड़ा-बहुत लाठीचार्ज का सहारा लिया.एएमयू कैंपस में 15 दिसंबर को हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज इस एफ़आईआर में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ‘ग़ैरक़ानूनी’ तरीक से ‘देशविरोधी’ नारे लगाए और सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंके. रैपिड एक्शन फ़ोर्स (आरपीएफ़) के अनुसार संघर्ष में 11 सुरक्षाबल और एक कमांडर घायल हुए हैं. पुलिस ने ये भी स्वीकार किया कि हिंसा पर क़ाबू करने के लिए रबर की गोलियों, आसूं गैस और मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल किया.
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