CM नीतीश कुमार को मिली जान से मारने की धमकी, पुलिस ने शुरू की जांच पड़ताल.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को जान से मारने की धमकीदिए जाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. सीएम को जान से मार देने की धमकी देनेवाला युवक बिहार के रोहतास जिले का रहने वाला है. ब्राह्मण धर्मेंद्र पांडे नमक युवक के फेसबुक एकाउंट से एक पोस्ट की गई कि जो सीएम नीतीश कुमार को मारेगा उसको 25 लाख का इनाम मिलेगा. इसकी जानकारी रोहतास एसपी को मिलने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया. आरोपी युवक पर एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने फेसबुक पोस्ट को आधार मानते हुए युवक पर ये कार्रवाई की है.
बताया जा रहा है कि आरोपी युवक धर्मेंद्र पांडे रोहतास जिले के दिनारा थाना अंतर्गत टोरा गांव का रहने वाला है. फिलहाल वो लुधियाना की किसी प्राइवेट कंपनी में काम करने के लिए गया था. उसी दौरान उसने सीएम नीतीश कुमार पर धमकी भरा एक पोस्ट शेयर कर दिया. इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. इस मामले में रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह ने संज्ञान लिया और युवक की तलाश करवाई. पुलिस ने इस युवक के पिता राम सुरेश पांडे से पूछताछ भी की. बाद में इस युवक को लुधियाना से बुलाकर एसपी के समक्ष पेश किया गया. इस मामले में रोहतास एसपी ने जब पूछताछ की तो मामला कुछ और निकला.
एसपी सत्यवीर सिंह ने बताया कि युवक से जब पूछताछ किया गया तो वह मानसिक रूप से बीमार निकला. इसलिए कानूनी प्रावधानों के अनुसार बांड बनाकर उसे गांव पर ही रखा गया है. एसपी ने बताया कि युवक धर्मेंद्र की मानसिक स्थिति प्रथम दृष्टया ठीक नहीं लगती है, लेकिन इस पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है.
इस युवक ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार को ललकारते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दे डाली. इतना ही नहीं जान से मारने वाले शख्स को वह 25 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा भी की. बिहार के मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी वाले पोस्ट के बाद पुलिस के भी कान खड़े हो गए. यह पोस्ट धीरे-धीरे वायरल हो गया. किसी मुख्यमंत्री को खुलेआम सोशल साइट पर धमकी और हत्या करने पर 25 लाख रुपये के इनाम की बात सामने आने से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया.
रोहतास के एसपी सत्यवीर सिंह के अनुसार प्रथम दृष्टया आरोपी युवक मानसिक रूप से बीमार लगता है. पूछताछ के दौरान भी मामला गंभीर प्रतीत नहीं हुआ. लेकिन कानूनी प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है. इस संबंध में पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले खुद FIR कर जांच शुरू की है. उधर आरोपी युवक के गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है.एसपी सत्यवीर सिंह के निर्देश पर दिनारा थानाध्यक्ष सियाराम सिंह ने भारतीय दंड संहिता की धारा 153 / 506 (ii) के तहत मामले को दर्ज किया तथा दिनारा थाना के दारोगा विजय कुमार को इस पूरे मामले का जांच अधिकारी बनाया गया है. यह मामला मुख्यमंत्री से जुड़ा हुआ है. इसलिए एसपी सत्यवीर सिंह इस केस की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
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