अपराधी-पुलिस के बीच फर्क करना हुआ मुश्किल, यात्री चलती ट्रेन से नीचे फेंका
सिटी पोस्ट लाइव : आपको पुलिस को देखकर ज्यादा डर लगता है किसी अपराधी को देखकर. हो सकता है, आपका जबाब हो कि पुलिस को देखकर सुरक्षा का भाव और अपराधी को देखकर खतरा का भाव पैदा होता है. लेकिन ये सच नहीं है. पुलिस भी आपके लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है.एक ऐसा ही वाक्या बिहार में सामने आया है. पुलिस का एक ऐसा चेहरा सामने आया है जिसे देखकर आपके होश उड़ जायेगें. पुलिस के बारे में आपकी राय बदल जायेगी. इसबार इतना गंभीर आरोप लगा है कि पुलिस और अपराधी के बीच फर्क करना मुश्किल हो गया है. बिहार पुलिस के जवानों द्वारा 28 सितंबर की रात चलती ट्रेन से एक युवक को नीचे फेंक दिए जाने का मामला सामने आया है. इस घटना में व्यक्ति की मौत हो गई है. इस घटना में अपनी जान गंवाने वाले युवक का नाम वेंकटेश उर्फ चुन्नू शर्मा था. वह गया के इमलियाचक का रहने वाला था.
जैसे ट्रेन से एक यात्री को फेकें जाने के इस पुलिसिया गुंडागर्दी की सूचना यात्रियों को मिली, उन्होंने पुलिस टीम को घेर लिया. घंटों उन्हें बंधक बनाकर पिटा. लोग पुलिसवालों से ये सवाल करते नजर आये-“ यात्री के पास टिकेट था. वह टिकेट दिखा रहा था फिर उसे ट्रेन से क्यों फेंका? पैसे के लिए किसी को चलती ट्रेन से नीचे फेंक डोज? रांची से पटना आनेवली जनशताब्दी एक्सप्रेस में आरोपी पुलिस जवानों से लोग सवाल करते रहे और उनकी पिटाई भी होती रही. इस दौरान यात्री ये आरोप लगाते कि जवान ने एक युवक को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया है.
दरअसल, ये घटना 28 सितंबर की रात की है जब वेंकटेश अपने साथी कृष्णा के साथ जनशताब्दी एक्सप्रेस से रांची से गया लौट रहा था. लेकिन पुलिस के आला अधिकारी अपना चेहरा बचाने के लिए अपने अपराधिक कृत्य करनेवाले पुलिसकर्मियों को बचाने की कोशिश में जुट गए हैं. जीआरपी से लेकर रेल एसपी अशोक कुमार सिंह तक अपने जवानों का बचाव करते नजर आ रहे हैं. रेल एसपी के मुताबिक उस रात चुन्नू और उसका साथी कृष्णा शराब के नशे में थे. इस दौरान जब एस्कॉर्ट पार्टी ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो चुन्नु खुद ही चलती ट्रेन से नीचे कूद गया और उसके साथी कृष्णा को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है कि चुन्नू ने शराब पी रखी थी या नहीं.
लेकिन ट्रेन का जो विडियो सामने आया है उसमे ट्रेन में मौजूद मुसाफिर लगातार पुलिस टीम पर चुन्नू को चलती ट्रेन से फेंकने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन पिट रहे पुलिसवालों ने एकबार भी ये नहीं कहा कि चुन्नू शराब के नशे में खुद चलती ट्रेन से कूद गया. पुलिसवाले चुपचाप मार खाते रहे.जाहिर है पुलिसवाले अपना अपराध सामने आ जाने से फंस गए थे और उन्हें सफाई देते नहीं बन रहा था.
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