दिनदहाड़े हुई चाकूबाजी में पिता कैलू यादव की हुई मौत : नकारा पुलिस के मुंह पर तमाचा
सिटी पोस्ट लाइव : एक सप्ताह के भीतर जिला मुख्यालय सहरसा में आज चौथे शख्स की हत्या हो गयी ।आज दिनदहाड़े सहरसा के अति व्यस्ततम इलाका कचहरी ढ़ाला पर आपसी विवाद में करीब आधा दर्जन की संख्यां में एक पक्ष के लोगों ने कैलू यादव और उनके दो बेटे रंजीत यादव और चुनचुन यादव को चाकू गोदकर गम्भीर रूप से जख्मी कर दिया ।कैलू यादव की स्थिति बेहद नाजुक थी ।ईलाज के दौरान देर शाम कैलू यादव की मौत हो गयी ।घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार कैलू यादव के रिश्तेदार विजेंदर यादव और उसके बेटे सूरज यादव ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर कैलू यादव और उनके दो बेटों पर हमला बोल दिया था ।चाकूबाजी से पहले जमकर लाठियाँ भांजी गयी थी ।इसी बीच सूरज यादव ने चाकू से अंधाधुंध वार शुरू कर दिया जिसमें कैलू यादव गम्भीर रूप से जख्मी हो गए थे ।
सभी जख्मी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया ,जहां कैलू यादव की मौत हो गयी ।इस मामले में भी पुलिस की हीला-हवाली कैलू यादव की मौत की वजह बनी ।जिस समय यह घटना घट रही थी लोगों ने सदर एसएचओ आर.के.सिंह को फोन किया था लेकिन पुलिस ससमय मौका ए वारदात पर नहीं पहुंची ।हद की इंतहा देखिए पुलिस सदर अस्पताल,तब पहुंची,जब कैलू यादव इस दुनिया को अलविदा कह चुके थे ।बाद में स्थिति बिगड़े नहीं इसके लिए सदर अस्पताल को पुलिस छावनी में बदल दिया गया ।अभी मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों की टीम के द्वारा शव का पोस्टमार्टम करवा कर लाश को परिजनों को सौंप दिया गया है ।
बताना लाजिमी है कि मृतक के नाम पर पहले से कैलू चौक है ।एक नामी-गिरामी शख्स की हत्या,पुलिस को निश्चित रूप से कटघरे में खड़े कर रही है ।आखिर सहरसा पुलिस कर क्या रही है ।मृतक के बेटे के बयान पर चार लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है जिसमें चाकूबाजी का सीधा आरोप सूरज यादव पर है ।सहरसा पुलिस की कार्यशैली पर महज अब सवाल खड़े करने से कुछ नहीं होगा ।एकसाथ पुलिस महकमा के सारे अधिकारियों का तबादला जरूरी है ।इस इलाके के लोग पुलिस के दम पर नहीं बल्कि अपराधियों के रहमो-करम पर टिके हैं ।
पीटीएन न्यूज मीडिया के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट
Comments are closed.