सिटी पोस्ट लाइव : तबलीगी जमात से जुड़े लोग बिहार सरकार के लिए सरदर्द साबित हो रहे हैं.पहले वो छुपे थे लेकिन अब एक एक कर वो या तो पकडे जा रहे हैं या फिर तबियत ज्यादा ख़राब होने के बाद सामने आने लगे हैं. अभी भी कई जगहों पर उनके छुपे होने की खबर है. टूरिस्ट वीजा (Tourist visa)पर आये ये लोग धर्म प्रचार का काम कर रहे थे. अबतक बिहार पुलिस लॉक डाउन के उल्लंघन करने के आरोप में किर्गिस्तान के 17 नागरिकों को जेल भेंज चुकी है.पुलिस मरकज जमात से जुड़े 8 लोगों की तलाश में जुटी है जिनके पटना के आसपास के ईलाकों में छुपे होने की संभावना है. पुलिस सूत्रों के अनुसार ये आठ जमाती पटना या आसपास इलाके में कहीं हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार 25 जमातियों का काफिला पटना आया था. वैसे नेपाल की एक और दिल्ली की एक जमात लॉक डाउन (Lockdown) की वजह से पटना में फंसी हुई है.
जिन 17 विदेशियों को पुलिस ने बेउर जेल भेंजा उनपर केस करने में पुलिस ने गलती कर दी है. इन 17 लोगों पर पुलिस ने विदेश अधिनियम की धारा 14 बी के तहत केस किया है. इसके अलावा इनपर नतो कोई आईपीसी की धारा लगी है और न ही इसमें महामारी रोग अधिनियम की और न ही आपदा प्रबंधन से जुड़ी कोई धारा है. जाहिर है ऐसे में ईन अभियुक्तों को आसानी से बेल मिल जाएगी. प्रशासन द्वारा केस करने में की गई देरी का लाभ भी अभियुक्तों को मिलेगा.. हालांकि इस धारा में दोसे पांच साल की सजा का प्रावधान है. यही नहीं 10 हजार से 50 हजार तक आर्थिक दंड भी हो सकता है.
इधर, बिहार सरकार की ओर से इन विदेशियों की गिरफ्तारी की सूचना केंद्रीय गृह मंत्रालय को दे दी गई है जहां से यह सूचना दिल्ली स्थित किर्गिस्तान के दूतावास को दे दी गई है. सूत्रों के अनुसार किर्गिस्तान के बिस्केक एयरपोर्ट से ये जमाती रवाना होने के बाद ये सभी मरकज पहुंचे. फिर वहां कुछ दिन रहने के बाद 13 मार्च को मरकज से रवाना हुए और 14 मार्च को पटना के नूरी मस्जिद आ गए. पुलिस उन लोगों को तलाश रही है जिन लोगों ने ईन विदेशियों को पटना आमंत्रित किया.
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