सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना वायरस को लेकर गुरुवार से पूरे बिहार में लॉकडाउन करने का बिहार सरकार से फैसला ले लिया है. ऐसे में राशन और जरुरी सामानों की खरीदारी लोग करने में जुटे हैं. वहीं एक और जरुरी सामान जो बिहार में पूर्ण रूप से बंद है उसकी भी डिलीवरी का काम शुरू है. बता दें झारखंड से जमुई के रास्ते बिहार में शराब की तस्करी का काम धड़ल्ले से चल रहा है. इसलिए पुलिस इन इलाकों पर विशेष नजर बनाये हुई है. जिसका नतीजा आज 55 लाख रूपये का शराब पकड़ा गया. इन शराबों को बिहार में गुरुवार को शुरू हो रहे लॉकडाउन से पहले मुजफ्फरपुर में खपाना था.
जमुई जिले के चन्द्रमंडीह थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक 12 चक्के वाले ट्रक पर से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद किया है. जब्त किए गए ट्रक पर 548 कार्टन विदेशी शराब लोड था जो झारखंड से बिहार के मुजफ्फरपुर ले जाया जा रहा था. बाजार में बरामद शराब की कीमत लगभग 55 लाख बताई जा रही है. कार्रवाई में पुलिस ने दो धंधेबाज को भी गिरफ्तार किया है, जिनका नाम सिमरनजीत सिंह और गुरुदेव सिंह बताया गया है जो कि पंजाब के पटियाला के रहने वाले हैं. गिरफ्तार दोनों शख्स ट्रक के चालक और खलासी हैं.
बता दें शराब माफियाओं के लिए शराबबंदी कोई मायने नहीं रखती है. ये बात चाहे शराबबंदी के शुरू होने पर हो या आज हो. उनके लिए हर दिन एक जैसा है. दूसरे प्रदेशों से शराब को छिपाकर बिहार लाना है और खपाना है. इसमें मोटी कमाई भी हो जाती है. हालांकि इसमें रिस्क बस इतना होता है कि शराब पकड़ा न जाए. क्योंकि शराब लाने में लगी लागत ही मुख्य रूप से शराब माफियाओं को महंगी पड़ती है. हालांकि 10 गाड़ी में 2 गाडी पकड़ी भी जाए तो उन्हें फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि वे दुगनी कमी कर चुके होते हैं. लेकिन इसमें सबसे ख़ास बात है शर्ब माफियाओं द्वारा शराब छिपाकर लाने का तरीका और उनकी पहुंच. जिसके दम पर वे आसानी से बचकर निकल जाते हैं.
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