गोपालगंज से अररिया-सुपौल के लिए हर दिन चलेगी दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन
सिटी पोस्ट लाइव : देश के कोने कोने से साइकिल से पैदल चलकर बिहार पहुँच रहे लोगों को उनके जिले में पहुंचाने के लिए दो श्रमिक ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. अब जो भी मजदूर उत्तर प्रदेश के रास्ते गोपालगंज (Gopalganj) की सीमा में प्रवेश करेंगे, उन्हें घर भेजने के लिए दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा (Shramik Special Train Service) उपलब्ध करायी गयी है. यहां रेलवे के द्वारा कुचायकोट के जलालपुर स्टेशन से अररिया और सुपौल के लिए प्रतिदिन दो ट्रेनें चलेंगी. इन ट्रेनों से वैसे मजदूर अपने गृह जिले में भेजे जाएंगे जिनका रजिस्ट्रेशन कुचायकोट के जलालपुर चेकपोस्ट (Jalalpur Checkpost) पर किया गया है.
दरअसल बिहार के बाहर दूसरे राज्यों से गोपालगंज की सीमा पर प्रतिदिन करीब आठ हजार से 10 हजार मजदूर वापस लौट रहे हैं. जिला प्रशासन द्वारा इन मजदूरों को सैकड़ों बसों से उनके गृह जिले में भेजा जा रहा है. लेकिन अब जिला प्रशासन ने मजदूरों को एक और बड़ी सहूलियत दी है. शुक्रवार को यहां के जिलाधिकारी (डीएम) अरशद अजीज ने कुचायकोट के जलालपुर स्थित रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर वाराणसी मंडल के डीआरएम के साथ बैठक की. बैठक के बाद जलालपुर स्टेशन से हर दिन दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई.
एक ट्रेन जलालपुर से अररिया के लिए खुलेगी. यह रोजाना सुबह साढ़े नौ बजे जलालपुर से छपरा, हाजीपुर, बरौनी, कटिहार होते हुए रात को आठ बजकर 45 मिनट पर अररिया पहुंचेगी. यही ट्रेन अररिया से रात को करीब साढ़े बारह बजे वापस जलालपुर लौटेगी. वापस यह ट्रेन अगले दिन सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर जलालपुर लौटेगी.वहीं दूसरी ट्रेन सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर जलालपुर से सुपौल के लिए रवाना होगी. यह ट्रेन जलालपुर से छपरा, समस्तीपुर, खगड़िया और सहरसा होते हुए रात साढ़े नौ बजे सुपौल पहुंचेगी. फिर वहां से रात साढ़े बारह बजे वापस लौटेगी. डीएम अरशद अजीज ने बताया की अभी यह ट्रेन ट्रायल के तौर पर चलाई जा रही है. अगर मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ती रही तो ट्रेन को आगे भी चलाया जाएगा.
गौरतलब है कि गोपालगंज में लगातार प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. मजदूरों के लिए कुचायकोट के जलालपुर चेकपोस्ट पर जिलावार काउंटर बनाया गया है. यहां आने वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. उसके बाद उनका रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है फिर उन सभी को जिला प्रशासन के द्वारा आवंटित बसों से उनके गृह जिले भेजा जा रहा है. अब ट्रेनों के परिचालन होने के बाद बसों के परिचालन में कमी आने की उम्मीद है.गौरतलब है कि सिटी पोस्ट लाइव की टीम सबसे पहले गोपालगंज से सटे यूपी के बॉर्डर पर जायजा लेने पहुंची थी.
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