सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में अब कोरोना की तीसरी लहर पूरी तरह से बेकाबू होती दिख रही है. राज्य में 24 घन्टे में फिर से 4526 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है और इसी के साथ अब बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 12311 पहुंच गई है. सबसे ज्यादा केस पटना में मिला है जहां 1956 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. पटना में भी एक्टिव केस में बेतहाशा वृद्धि हो रही है जहां 7072 एक्टिव मामले हैं.
बता दें बिहार में कोरोना न सिर्फ आम लोगों को बल्कि वीआईपी यानी खास लोगों को अपने शिकंजे में ले रहा है। दोनों डिप्टी सीएम, पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के परिवार, मोदी सरकार में मंत्री नित्यानंद और अश्विनी चौबे के बाद मंत्री मुकेश सहनी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा भी संक्रमित हो गए हैं. यही नहीं उद्योग मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा शाहनवाज हुसैन भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं.
बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच राज्य में अब रिकवरी रेट में भी तेजी से गिरावट हो रही है और रिकवरी रेट घटकर 96.70 प्रतिशत पहुंच गया है. इधर बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पटना जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह पूरी तरह से अलर्ट पर हैं और फिर से कोविड कोषांग के अधिकारियों के साथ बैठक कर टेस्टिंग ,वैक्सीनेशन ,सरकारी प्राइवेट अस्पताल में बेड की संख्या, ऑक्सीजन बेड ,वेंटीलेटर बेड, आईसीयू बेड की तैयारी की समीक्षा की.
जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल मुख्यालय में न्यूनतम 50 बेड की तैयारी सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. बैठक के बाद समीक्षा में पाया गया कि डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर सेंटर में कुल 1602 बेड उपलब्ध हैं जिसमें से 264 बेड कार्यरत है और 8 व्यक्ति भर्ती हैं. पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कंपलेक्स में 112 बेड है जिसमें 7 व्यक्ति और होटल पाटलिपुत्र अशोक में 152 बेड है जिसमें 1 व्यक्ति भर्ती है. भर्ती व्यक्तियों में से 5% लक्षण वाले और शेष 95% व्यक्ति बिना लक्षण वाले हैं. हॉस्पिटलाइजेशन की दर मात्र 1.82% है वहीं अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ मे 60 बेड की क्षमता है जिसमें 30 बेड को कोविड डेडीकेटेड तैयार अवस्था में रखने का निर्देश दिया गया.
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