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कोटा में फंसे छात्रों को लेकर BJP ने भी बनाया नीतीश कुमार पर दबाव.

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कोटा में फंसे छात्रों को लेकर BJP ने भी बनाया नीतीश कुमार पर दबाव.

सिटी पोस्ट लाइव :कोटा और दुसरे शहरों में लॉक डाउन में फंसे बिहारी छात्रों को वापस बुलाये जाने का मामला राजनीतिक तूल पकड़ता जा रहा है. नीतीश कुमार संक्रमण के खतरे को देखते हुए फिरहाल छात्रों को वापस लाये जाने के पक्ष में नहीं हैं.लेकिन बिहार सरकार पर बीजेपी (BJP) और विपक्ष दोनों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया है. विपक्ष लगातार कोटा में फंसे छात्रों की बेबसी की दुहाई दे रहा है. वहीं अब सत्तारूढ़ दल बीजेपी के नेताओं ने भी छात्रों को वापस बुलाने की मांग तेज कर दी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर दूसरे नेता भी कोटा से छात्रों को बिहार वापस बुलाने के पक्ष में बयान देने लगे हैं. इसको लेकर तो बीजेपी के एक पूर्व विधायक ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को चिट्ठी तक लिख दी.

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव कोटा से छात्रों को बुलाने के लिए सरकार के सामने प्रस्ताव ही रख दिया था कि यदि सरकार सक्षम नहीं है तो वह खुद छात्रों को लेकर आएंगे. लगातार तेजस्वी यादव ट्वीट करके सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाते आ रहे हैं. छात्रों की बेबसी को सरकार के सामने रख रहे हैं. वहीं जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव भी सरकार पर यह तोहमत लगाते हैं कि बिहार सरकार जानबूझकर कोटा से छात्रों को नहीं ला रही है. इन छात्रों को लेकर आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने 1 दिन का अनशन करके विरोध भी जताया था.

अब इस मामले में बीजेपी भी कूद पड़ी है. बिहार सरकार से बीजेपी के नेताओं ने इतर राय रखी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी कोटा से छात्रों को वापस बुलाने की मांग बिहार सरकार के सामने रखी है. संजय जायसवाल लगातार अपने फेसबुक पर इस बात को लिखते रहे हैं. संजय जायसवाल ने दूसरे राज्य में दिहाड़ी मजदूरी कर रहे लोगों को भी वापस बुलाने की मांग सरकार के सामने रखी है.

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा है कि बिहार सरकार कोटा में फंसे छात्रों को लेकर चिंतित जरूर है. लेकिन इन छात्रों को जल्द से जल्द बिहार लाना चाहिए. क्योंकि हर राज्य अपने छात्रों को वापस ला रहे हैं. हालांकि प्रेम रंजन पटेल ने इस बात का भी हवाला दिया सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इसको लेकर चिंता जताई है.

बीजेपी के पूर्व विधायक शिवेश राम ने कोटा में फंसे छात्रों को लेकर सीएम नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी है. साथ ही शिवेश राम ने कोटा में अपनी बेटी के भी फंसे होने की बात कही है. बीजेपी के पूर्व विधायक ने चिट्ठी में लिखा है कि बिहार सरकार को कोरोना महामारी में बेहतर काम कर रही है. लेकिन बिहार से बाहर रह रहे छात्रों को वापस बुला लिया जाए तो और बेहतर होगा. उस चिट्ठी में शिवेश राम ने बिहार से बाहर रह रहे मजदूरों को भी बुलाने की मांग नीतीश कुमार से की है.

कोटा से छात्रों को वापस बुलाने को लेकर जेडीयू की अलग राय है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता ,ग्रामीण विकास मंत्री श्रवन कुमार का कहना है कि जो लोग बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं, उन्हें वास्तविक हालात की जानकारी नहीं है.उनका कहना है कि इससे सोशल डिस्टेंसिंग खत्म होगी और राज्य में कोरोना संक्रमण का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाएगा. बिहार सरकार सभी मामले को गंभीरता से देख रही है और इस पर जल्द ही फैसला किया जाएगा.

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