सरकारी अनाज गटक जा रहे हैं PDS डीलर, ग्रामीणों ने डीलर को रंगे-हाथ दबोचा.
सिटी पोस्ट लाइव :कोरोना के भीषण आपदा को कुछ लोगों ने कमाई के एक बड़े अवसर के रूप में तब्दील कर दिया है.पीडीएस डालर गरीबों को अनाज देने की बजाय उसे बाज़ार में बेंच दे रहे हैं.नौबतपुर थाना इलाके के बड़ी टंगरैला पंचायत में पीडीएस देलार द्वारा अनाज की कालाबाजारी किये जाने का एक बड़ा मामला सामने आ गया है. डीलर उदय पासवान को रात के अंधेरे में पीडीएस का चावल एक व्यापारी को बेचते रंगे हाथ लोगों ने पकड़ लिया. इस बात की सूचना जैसे ही पुलिस को दी गयी लेकिन तब तक डीलर चकमा देकर फरार हो गया.
हालांकि पुलिस ने बीस बोरा चावल सुदेश्वर साव के यहां से जब्त कर लिया है. जब इस बात की सूचना एमओ को लगी तो वह थाना में जाकर जांच करने के बजाय शुक्रवार को बड़ी टंगरैला पहुंच गये.उन्हें देखकर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिस डीलर पर कार्रवाई होनी चाहिये लेकिन उसे एमओ द्वारा बचाया जा रहा है.वही दूसरी तरफ एमओ का कहना है कि बरामद माल डीलर का नही है. उसका स्टॉक पंजी चेक किये है. जबकि नौबतपुर प्रभारी थाना प्रभारी रंजीत कुमार कहते है कि बरामद चावल डीलर के घर से लाया गया है.
अब सवाल उठता है कि कौन सही बोल रहा है और कौन गलत.स्थानीय लोगों का कहना है कि गुरुवार की रात डीलर जब सुदेश्वर साव के यहां से कालाबाज़ारी के लिये चावल ले जा रहा था तो पुलिस को उन्होंने सूचना दी. पुलिस आई और अनाज खुद जप्त किया.लेकिन मार्केटिंग ऑफिसर क्यों डीलर को बचाना चाहते हैं.ग्रामीणों का आरोप है कि अनाज की कालाबाजारी में बड़े बड़े अधिकारी शामिल हैं.
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