अब बाहर से आनेवाले सभी लोगों को हर हाल में जाना होगा क्वारंटाइन सेंटर.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना (Corona) के तेजीसे बढ़ते संक्रमण ने सरकार की नींद उड़ा दी है.राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 346 तक पहुँच गई है.बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों को अनिवार्यरूप से क्वारंटाइन में रखे जाने का फैसला लिया है.अब बाहर से आनेवाले लोगों को अब गांवों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. पंचायती राज विभाग (Panchayati Raj Department) ने इसे लेकर जिलों को गाइड लाइन जारी कर दिया है.
. पंचायती विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी जिलों के पंचायती राज पदाधिकारियों को पत्र लिखकर पंचायती राज विभाग की गाइड लाइन का पालन करने का निर्देश दिया है.निर्देश में कहा गया है कि दूसरे प्रदेश से बिहार आ रहे लोगों को हर हाल में समीप के क्वारंटाइन कैंप में ही ठहरने का प्रबंध किया जाए. किसी भी सूरत में क्वारंटाइन अवधि पूरी करने के पहले किसी को गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने जिलों को जिम्मेदारी दी है कि ग्राम पंचायत स्तर तक यह सूचना पहुंचाएं. इस कार्य में वहां के मुखिया का रोल अहम होगा. जिला प्रशासन यह सुनिश्चत करेगा कि दूसरे राज्यों से आ रहे लोग बिना क्वारंटाइन हुए अपने घर में प्रवेश नहीं करें. अगर किसी व्यक्ति द्वारा इसका उल्लंघन किया जाता है तो तत्काल इसकी सूचना संबंधित थाने को दी जाएगी.
सैम्पल टेस्ट में भारी संख्या में दूसरे राज्यों से आने वाले कई लोग कोरोना संक्रमण से पीड़ित मिले हैं. ऐसे मामले डेढ़ दर्जन के करीब हैं. ऐसे लोगों से दूसरों में यह संक्रमण फैल रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी इस बात की है कि कई ऐसे भी हैं जो प्रशासन को अपनी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं बताना चाह रहे. ऐसे लोग सीधे अपने घर में चले जा रहे हैं. बाद में जानकारी मिल रही है कि उनकी तबीयत खराब है और जांच पॉजिटिव मिली.
गौरतलब है कि पहले से ही सरकार के आदेश से पंचायतों में स्कूलों में क्वारंटाइन कैंप बनाए गए हैं. इसमें लोगों के रहने, भोजन और चिकित्सकीय सुविधा दी जा रही है. जिलों को विभाग द्वारा बताया गया है कि ऐसी जानकारी आ रही है कि दूसरे राज्यों से लॉकडाउन के दौरान खासकर मजदूर वर्ग भी लौट कर आ रहे हैं. ऐसे में संक्रमण बढ़ने का खतरा और भी अधिक है.
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