IMA की चेतावनी, कहा- 15% हेल्थ वर्कर संक्रमित, 14 माह से काम कर थक गए डॉक्टर.
IMA ने कर दी है डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के आकस्मिक बहाली की मांग नहीं तो होगा बड़ा संकट.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में 15 प्रतिशत डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हैं और जो काम कर रहे हैं उन्हें दिन-रात ड्यूटी करना पड़ रहा है. ऐसे में संक्रमण की रफ्तार बढ़ी तो कोरोना के इलाज में बड़ा संकट आने वाला है. IMA बिहार ने चेतावनी दी है कि अगर उसके द्वारा CM और प्रधान सचिव के भेजे पत्र को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई तो आने वाले दिनों में डॉक्टरों के साथ हेल्थ वर्करों को लेकर मुश्किल हो जाएगी.
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भेजे गए पत्र में IMA के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ अजय कुमार, प्रदेश सेक्रेटरी डॉ सुनील कुमार, डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह, डॉ कैप्टन वी एस सिंह, डॉ बी के कारक, डॉ ब्रजनंदन कुमार, डॉ राजीव रंजन, डॉ हरिहर दीक्षित, डॉ बसंत सिंह, डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहा है कि हमारे चिकित्सक एवं अधिक संख्या में स्वास्थ्य कर्मी पिछले 14 माह से बिना किसी छुट्टी के लगातार काम कर रहे हैं. काम करते-करते डॉक्टर और हेल्थ वर्कर थक गए हैं. इसमें 15 प्रतिशत तो कोरोना से संक्रमित होकर टूट गए हैं. कई डॉक्टर और अन्य हेल्थ वर्कर तो अपनी जान भी गंवा चुके हैं.
IMA ने कहा है कि महामारी तो छोड़ दीजिए, सामान्य काल में भी डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों की भारी कमी है. कोविड के खिलाफ इस युद्ध में डॉक्टरों, पारा मेडिकल्स, नर्सेज की प्रदेश में भारी कमी है. इनकी बड़ी फौज की जरुरत है क्योंकि आने वाला हर दिन चुनौतियों से भरा है. अगर तुरत आकस्मिक बहाली नहीं की गई तो आने वाले समय में भयंकर नुकसान की संभावना है.
गौरतलब है कि महामारी के अंतर्गत राज्य सरकार को चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की त्वरित बहाली का प्रावधान है. सभी ऐसे चिकित्सक, पारा मेडिकल्स, नर्सेस एवं अन्य सहायक जो इस समय काम करना चाहते हैं, उन्हें महामारी के प्रावधानों के अनुसार सभी बाधाओं को दूर करते हुए बहाल किये जाने की मांग IMA ने की है.
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