सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के क्वारंटाइन सेंटर में अधिकारियों की लापरवाही की वजह से असंतोष बढ़ता जा रहा है.बिहार के छपरा में अधिकारियों ने एक क्वारंटाइन सेंटर (Quarantine Centre) में मजदूरों को चादर की बजाय कफन का कपड़ा सौंप दिया. इसके बाद सेंटर में हंगामा होने लगा.इसुआपुर प्रखंड के महुली चकहन हाई स्कूल स्थित क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को चादर की जगह अधिकारियों ने जीते जी कफन का कपड़ा दे दिया. हंगामा होने के बाद छपरा के डीएम ने इस पूरे मामले की जांच का आदेश दे दिया है.
छपरा डीएम ने कहा कि मजदूरों को अच्छा चादर दिया जाएगा. अगर कफन का कपड़ा दिया गया है तो उसे वापस लिया जाएगा. इसुआपुर प्रखंड के महुली चकहन हाई स्कूल स्थित क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था से मजदूर जहां पहले ही परेशान थे वहीं जब चादर दी गई तो मजदूर भड़क गए क्योंकि चादर नहीं वह कफन का कपड़ा था.इसके बाद मजदूरों ने कफन की बनी चादरों को बिस्तर से उतारकर स्कूल के गेट पर फेंक दिया. घर के बिछवान मंगा लिया जिससे सिस्टम पर सवाल उठाने लगे.
शुक्रवार को क्वारंटाइन सेंटर में सभी मजदुर कफ़न ओढ़कर ही सोये. मजदूरों ने आरोप लगाया कि क्वारंटाइन सेंटर यातना सेंटर बना दिया गया है. मजदूरो को खाने में मिर्ची ज्यादा, तो शौचालय की गंदगी और पेयजल की अनुपलब्धता के साथ मास्क तक नहीं मिल पाया है.मजदूरों का आरोप है कि क्वारंटाइन सेंटर सिर्फ नाम का है. यहां पर मिल रही सुविधाओं का वरीय अधिकारी जायजा नहीं लेते.
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