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बिहार में 91% तक पहुंचा कोरोना का रिकवरी रेट, चुनाव से पहले होगा पूरी तरह से कण्ट्रोल.

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सिटी पोस्ट लाइव :बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के दावे के अनुसार  कोरोना महामारी (Corona epidemic) से जल्द ही लोगों को छुटकारा मिल सकता है.दरअसल ऐसी उम्मीद इसलिए जग रही है क्योंकि बिहार सर्वाधिक रिकवरी वाला पहला राज्य बन चुका है जहां रिकवरी रेट बढ़कर 91 प्रतिशत तक पहुंच चुका है. इसके साथ ही बिहार ने सैम्पल जांच में भी 50 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है जो कि एक रिकॉर्ड है. स्वास्थ्य मंत्री मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) ने भी कोरोना सैंपल की जांच का आंकड़ा 50 लाख के करीब पहुंचने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए राज्यवासियों और कोरोना योद्धाओं के प्रति आभार जताया है.

उन्होंने कहा कि सूबे में कोरोना जांच में न सिर्फ तेजी आयी है, बल्कि जांच का आंकड़ा 50 लाख के करीब पहुंच गया है. दूसरी ओर कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है.गौरतलब  कि रिकवरी रेट में बिहार अन्य राज्यों को पछड़ाते हुए पहले पायदान पर है. रिकवरी रेट 91 फीसदी के करीब है जो कि राष्ट्रीय औसत से करीब 14 फीसदी अधिक है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग जांच में तेजी लाने के साथ-साथ कोरोना मरीजों को समुचित और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रहा है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ सरकार के वश की चीज नहीं थी बल्कि राज्यवासियों के सहयोग का ही परिणाम है जो कि इस महामारी पर रोकथाम के लिए सरकार के नियमों का पालन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को शत-प्रतिशत सफल बनाने में  हर सम्भव योगदान दे रहे हैं.

गौरतलब है कि जांच की संख्या बढ़ने से जहां संक्रमितों की पहचान तेजी से हो रही है.संक्रमितों की संख्या में भी कमी आ रही है. पिछले एक सप्ताह के अंदर संक्रमित मरीजों की संख्या में काफी कमी आयी है. लेकिन सरकार अब भी भविष्य को देखते हुए संसाधनों को इजाफा करने में जुटी है. राज्य के कोविड डेडिकेटेड अस्पताल और आइसोलेशन सेंटरों में बेडों की संख्या और स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. वर्तमान हालात की बात करें तो पीएमसीएच, एम्स, एनएमसीएच में 80 प्रतिशत मरीज के आंकड़ों में कमी आई है और 90 प्रतिशत मरीज पॉजिटिव होते ही होम आइसोलेशन में ही रहकर ठीक हो रहे हैं. जो भी मरीज कोविड अस्पताल, आइसोलेशन सेंटर और होम आइसोलेशन में रह रहे हैं उनकी भी तेजी से रिकवरी हो रही है.

स्वास्थ्य मंत्री ने राज्यवासियों से एक बार फिर अपील करते हुए कहा है कि लोग कोरोना से भयभीत न हों बल्कि सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना की जांच में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें.  उन्होंने कहा कि कोरोना अब न लाइलाज बीमारी है और न ही गंभीर बीमारी. इस बीमारी के वैक्सिन का ट्रायल भी जारी है. एम्स, पटना में प्रथम चरण का ट्रायल सफल रहा अब दूसरे चरण के ट्रायल पर भी काम चल रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो बिहार में अब तक कुल 145019 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए हैं तो वर्तमान में कोविड के एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 13675 पर पहुंच गई है.

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