सिटी पोस्ट लाइव :कई दिनों तक पटना एम्स में लैब टेक्नीशियन के कोरोना संक्रमित हो जाने से कोरोना जांच बंद हो जाने से पटना एम्स के मरीजों की काफी फजीहत हुई थी.उनकी रिपोर्ट जांच के लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान केंद्र में भेजी जा रही थी.तीन तीन दिनों तक रिपोर्ट के लिए मरीजों को इंतज़ार करना पड़ रहा था.अब RMRI में अगले दो दिनों तक कोरोना जांच नहीं हो पायेगी. पटना के RMRI रिसर्च सेंटर को अगले दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. तीन और चार जुलाई को सेंटर को बंद कर दिया गया है.बिहार के इस सबसे बड़े कोरोना जांच सेंटर RMRI रिसर्च सेंटर में भी कोरोना का संक्रमण फ़ैल चूका है. संस्थान के एक टेकनीशियन और 2 कैंटीन स्टॉफ की रिपोर्ट प़ॉजिटिव पायी गयी है. पटनासिटी के RMRI रिसर्च के निदेशक डॉ. प्रदीप दास के अनुसार दो दिनों तक कोरोना जांच सेंटर को बंद रखा जाएगा. इसल दौरान पूरे संस्थान को सैनिटाइज करने की प्रकिया पूरी की जाएगी.
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा है.पटना सिटी का हाल तो और भी खराब है.राजधानी पटना में अब तक लगभग 900 मरीज सामने आ चुके हैं. गुरुवार को पटना के कई इलाकों में कुल 125 नए मरीज मिले हैं. राजधानी के गोला रोड, दानापुर, दीघा, पटना सिटी, कंकड़बाग, कृष्णा नगर, राजीव नगर, रुकनपुरा, फुलवारीशरीफ, बोरिंग रोड, पटेल नगर, मलाही पकड़ी समेत दर्जनों इलाकों से ये मरीज मिले हैं.
पटना सिटी अनुमंडल में 18 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. 63 कोरोना पॉजिटिव मामले आने के बाद कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ी है. डीएम कुमार रवि ने एसडीओ को तत्काल कंटेनमेंट जोन बनाने , बैरिकेडिंग करने, प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने संबंधी बैनर लगाने ,मेडिकल टीम को सक्रिय एवं तत्पर रहने तथा कांटेक्ट ट्रेसिंग करने, का निर्देश दिया है. कंटेनमेंट जोन एरिया को सैनिटाइज करने तथा आवागमन को रोकने का सख्त निर्देश दिया है.लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी जांच की धीमी रफ़्तार को लेकर हो रही है.
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