सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस बिहार में भयंकर कहर बरपाए हुए है. लगातार मौतों की खबर सामने आ रही है. कोरोना का सबसे बड़ा हब बना राजधानी पटना इनदिनों मरीजों का इलाज करने में असमर्थ नजर आ रहा है. इसके साथ ही मरीजों के मौत की भी खबर लोगों के मन में भय पैदा कर रहा है. पटना के कंकडबाग से आई एक खबर ने लोगों को हिला कर रख दिया है. कंकडबाग के एक परिवार के तीन सदस्यों को कोरोना ने निगल लिया.
बताया जाता है कि कंकड़बाग के वार्ड 34 के पंचशिव मंदिर के सामने एमआईजी के ए ब्लॉक में एक ही परिवार के 3 लोगों की बारी बारी से मौत हो गई है. एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में कई तरह की चर्चा है. आसपास के लोग इन मौतों के लिए कोरोना को जिम्मेदार मान रहे हैं. मोहल्ले में ट्यूशन पढ़ाने वाले सत्येन्द्र कुमार की मौत 15 दिन पहले हुई थी. जिसके बाद उनके 19 साल के बेटे ने मुखाग्नि दी थी. लेकिन सात दिन बाद सत्येन्द्र कुमार के बेटे सूरज की अचानक घर में मौत हो गई .
मरने से पहले हल्का बुखार की बात की जा रही है. बेटे के अंतिम संस्कार के तीन बाद सत्येन्द्र कुमार की पत्नी अपनी बेटी को लेकर मायके चली आईं लेकिन वहां पहुंचने के साथ ही मंगलवार की शाम उसकी भी मौत हो गई. लोगों के अनुसार सत्येन्द्र कुमार किडनी की बीमारी से पीड़ित थे.
जाहिर है कोरोना का आंकड़ा बिहार में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. वहीं राजधानी से सभी सरकारी अस्पताल मरीजों से भर गए हैं. कोरोना मरीजों की बात छोड़ दें तो अन्य बिमारियों के ईलाज के लिए भी बेड का आभाव है. सरकार प्राइवेट अस्पतालों से बात कर कोरोना मरीजों के लिए बेड मुहैया करवाने की बात कही है. लेकिन वहां फीस अधिक होने के बाद भी मरीजों के लिए इलाज की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है.
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