बिहार में टूटने लगा है कोरोना का चेन, थर्ड स्टेज का खतरा भी कम हुआ
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना के संकट से जूझ रहे बिहार के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है. पहली अच्छी खबर ये है कि मरकज जमात के लोग दिल्ली से बिहार नहीं आ सके हैं.एक सख्श जो आया था वह कोरोंटाइन में जा चूका है. यानी मरकज जमात की वजह से संक्रमण का खतरा टल गया है. बिहार में सख्ती से किए गए लॉकडाउन (Lockdown) का नतीजा अब सामने आने लगा है . कोरोना (Corona) का चेन ब्रेक शुरू हो गया है. पिछले 4 दिनों से कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है.
राज्य में मुंगेर के एक मात्र जिस मरीज की मौत कोरोना की वजह से हुई थी उसके संपर्क में अब तक 14 लोग संक्रमित होकर पॉजिटिव पाए गए थे. लेकिन अच्छी बात ये है कि अब तक संपर्क में आये 4 लोग ठीक भी हो गए तो बाकि की हालत में भी तेजी से सुधार देखी जा रही है. पटना के सरनाम अस्पताल के संपर्क में आये 3 मरीजों में एक नर्स और एक वार्ड ब्वाय को तीसरी बार रिपोर्ट नेगेटिव आने पर जहां एनएमसीएच से छुट्टी मिल चुकी है वहीं 1 मरीज अब भी इलाजरत है जबकि अन्य मरीजों की बात करें तो एक ही परिवार के सीवान से आये 4 पॉजिटिव मरीजों की हालत में भी सुधार है और अब तीसरी बार सैम्पल लिया जाएगा जिसमें नेगेटिव आने पर एनएमसीएच से छुट्टी मिल जाएगी.
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ निर्मल कुमार सिन्हा की मानें तो अब मुंगेर के मृतक मरीज के संक्रमण का असर नहीं रहा बाकि जो भी पॉजिटिव आ रहे हैं उनकी अपनी ट्रेवल हिस्ट्री है. राज्य में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 32 पर है जिसमें सबसे ज्यादा मुंगेर, गया, पटना, सीवान के मरीज शामिल हैं. यानि गया में 5, सीवान में 6, मुंगेर में 7, पटना में 5, गोपालगंज में 3, लखीसराय में 1, सारण में 1, भागलपुर में 1, बेगूसराय में 1 और नालंदा में 2 मरीज पॉजिटिव मिले हैं.
कोरोना सैम्पल की बात करें तो राज्य में अब तक 2653 सैम्पल लिए गए हैं जिसमें 2517 सैम्पल निगेटिव पाए गए हैं. इस बाबत आईजीआईएमएस के डीन और माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ एसके साही भी दावा कर रहे हैं कि 15 अप्रैल के बाद से बिहार में वायरस निष्क्रिय होने लगेगा और मरीजों की संख्या में वृद्धि नहीं होगी.
Comments are closed.