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IGIMS और RMRI में लगेगी ऑटोमैटिक मशीन, तेजी से होगी कोरोना की जांच.

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IGIMS और RMRI में लगेगी ऑटोमैटिक मशीन, तेजी से होगी कोरोना की जांच.

सिटी पोस्ट लाइव :  राज्य में कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए जल्द ही आईजीआईएमएस और आरएमआरआई में ऑटोमैटिक आरएनए एक्सट्रैक्ट जांच मशीनें लगेगीं.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इस मशीन की वजह से अब कोरोना की जांच की रफ़्तार बहुत बढ़ जायेगी.स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना से केंद्र और राज्य सरकार मजबूती से लड़ाई लड़ रही है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना की रोकथाम, उपचार और कोरोना जांच रिपोर्ट को तेज करने की कवायद में जुटी हुई है. इसका परिणाम है कि शनिवार को फिर 11 लोगों ने कोरोना को मात दी है.

मंगल पाण्डेय ने कहा है कि रविवार को 10 मरीजों को एनएमसीएच, पटना तो एक मरीज को नवादा से छुट्टी मिली है. साथ ही कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए जल्द ही आईजीआईएमएस और आरएमआरआई में सिंगापुर से खरीदी गईं ऑटोमैटिक आरएनए एक्सट्रैक्ट जांच मशीनें काम करने लगेंगी.स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि रविवार को कोरोना से जंग लड़ रहे 11 मरीजों ने कोरोना को हरा अपनी नयी जिंदगी की शुरूआत की है. सभी मरीज अपने घरों पर 14 दिनों के क्वारांटाइन में रहेंगे. स्वस्थ होने वाले मरीजों में तीन नालंदा, पांच मुंगेर और एक-एक मरीज भोजपुर, बक्सर और नवादा के रहने वाले हैं.

पिछले पांच दिनों में सूबे में कोरोना ने जिस प्रकार पांव पसारा है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय बहुत चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि ये चिंताजनक जरूर है  लेकिन स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता का ही परिणाम है कि अभी भी घनी आबादी वाले देश के अन्य राज्यों की तुलना में मृत्यु और संक्रमित दर बेहतर हैं.स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी तक जितने लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं, उसमें से अधिकांश मरीज संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से पीड़ित हुए हैं. संक्रमण चेन रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग का सतत प्रयास जारी है, ताकि ज्यादा लोग कोरोना की जद में नहीं आ सकें.

मंगल पांडेय ने कहा कि विभाग के द्वारा डोर टू डोर स्क्रीनिंग के काम भी कई जिलों में चल रहा है. इसके कारण न सिर्फ नये मरीजों की पहचान हो पा रही है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों को खोजने में सफल हो पा रहा है. गेपालगंज में जो पॉजिटिच मरीज मिले हैं, वे लोग इसी डोर टू डोर स्क्रीनिंग के कारण पहचाने गए हैं.उन्होंने कहा कि राज्यवासियों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए जिला से लेकर मुख्यालय स्तर तक प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है. कोरोना के उपचार से संबंधित सभी सामग्री जिलों का लगातार आपूर्ति की जा रही है. डोर टू डोर सर्वे टीमों द्वारा सघन स्क्रीनिंग कर संदिग्धों की खोज की जा रही है.

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