बिहार आ रहे मजदूरोंं-छात्रों के लिए 99 क्वारंटाइन सेंटर बनकर तैयार .
सिटी पोस्ट लाइव :देश के कोने कोनेमे फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों को विशेष ट्रेन से लाने का काम शुरू हो चूका है.आज सबसे पहली ट्रेन कोटा में फंसे छात्रों को लेकर आ रही है.केंद्र सरकार (Central Government) से अनुमति मिलने के बाद विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों का अपने राज्यों के लिए आवागमन शुरू हो गया है. बिहार आने वाली पहली ट्रेन जयपुर से चलकर आज पटना के दानापुर स्टेशन पहुचेगी. वहां से सभी छात्रों को ले जाने और क्वारंटाइन (Quarantine) करने की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन ने की है.
दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों के लिए भी जिला प्रशासन ने पटना जिला में 99 क्वारंटाइन सेंटर तैयार किये है. सभी मजदूरों को यहां 21 दिन तक क्वारेंटीन किया जाएगा. पटना सदर की बात करें तो 7 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है. जिनमें गर्दनीबाग बालिका उच्च विद्यालय, गर्दनीबाग बालक उच्च विद्यालय, कमल नेहरू उच्च विद्यालय, कॉमर्स कॉलेज पटना, बांकीपुर गर्ल्स स्कूल पटना और राजेन्द्र नगर बालक उच्च विद्यालय में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर शामिल हैं.
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के अनुसार बाहर से जितने भी मजदूर पटना पहुंचेगे, पहले उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके लिए दानापुर जंक्शन के ठीक बगल में स्थित रेलवे हाई स्कूल में स्क्रीनिंग सेंटर बनाया गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि कोटा सहित अन्य राज्यों से आने वाले छात्रों को क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रखा जाएगा, बल्कि उन्हें होम क्वारंटाइन किया जाएगा. सभी छात्र 21 दिन तक घरों में क्वारंटाइन रहेंगे.
अन्य राज्यों से पटना पहुंचने वाले मजदूरों-छात्रों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए दानापुर जंक्शन पर 150 बसों को लगाई जाएंगी. सभी मजदूरों को स्क्रीन करने के बाद उसके जिला मुख्यालयों तक भेज जायेगा. वहां से संबंधित जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि लोगों के प्रखण्डों में बने क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाये. वहीं, मजदूरों को प्रखण्डों में बने क्वारंटाइन सेंटर तक ले जाने और वहां क्वारंटाइन करने और सभी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी SDO को दी गई है. संबंधित अनुमंडल के SDO सभी सुविधाओं की मॉनिटरिंग करेंगे.
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