सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस लोगों के लिए काल बन गया है. गुरुवार को राजधानी पटना में 17 नए ब्लैक फंगस के मरीज मिले. जो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हुए. इनमें से सात आईजीआईएमएस में, सात एम्स में और तीन पीएमसीएच में भर्ती हुए. वहीं आईजीआईएमएस में दो मरीजों की मौत इलाज के दौरान हो गई. फंगस संक्रमितों की लगातर बढ़ती संख्या के कारण आईजीआईएमएस का 100 बेड और एम्स का 75 बेड का फंगस वार्ड अब मरीजों से पूरी तरह से भर गया है.
एम्स में नए मरीजों की बढ़ती संख्या और फंगस वार्ड में सीमित बेड की उपलब्धता के कारण एम्स प्रशासन ने सामान्य मरीजों को डे-केयर की सुविधा देने का फैसला किया है. ऐसे मरीज जिनका ऑपरेशन हुए चार से पांच दिन हो चुके हों और उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है, उन्हें फंगस वार्ड से डिस्चार्ज किया जाएगा. उन मरीजों को प्रतिदिन एम्स आकर एम्फोटेरिसिन का इंजेक्शन लेना होगा और उसके बाद फिर वे अपने घर जा सकेंगे. जाहिर है कई मरीज सिर्फ दवाई लेने के लिए अस्पताल में भर्ती रहते हैं, ताकि उन्हें समय से दवा मिले. इसलिए एम्स ने ये फैसला किया है कि वो घर पर ही आराम करें दवा लेने वो अस्पताल आयें. ताकि जो सीरियस मरीज हैं उन्हें जगह मिल सके.
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