सिटी पोस्ट लाइव : ज़िले के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने रहुई प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इसी दौरान वे इस इलाके के सबसे ज्यादा प्रभावित दुलचंदपुर, निजाय, मथुरापुर, हवनपुरा, मई फरीदा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए स्थाई समाधान ढूंढा गया है. जिसके लिए गिरियक प्रखंड के चोरसुआ बकरा में बैराज बनाने की योजना तैयार की जाएगी. वहां बैराज पर शटर लग जाने से इस इलाके में बाढ़ का पानी नहीं घुसेगा और यह स्थाई निदान होगा. उन्होंने कहा कि बरसात बाद इस संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से वार्ता कर इस कार्य को शुरू कराया जाएगा.
इधर दूसरी तरफ बाढ़ की चपेट में आई पहियारा बांध की मरम्मती का भी काम शुरू कर दिया गया है. नुक्सान के बाद जिला प्रशासन कि अब नींद खुली है, और जगह जगह खाड़ को भी भरने का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं, मौके पर मौजूद जल संसाधन विभाग के अधिकारी कपिल देव कुमार नालंदा सांसद को कौशलेंद्र कुमार को यह सुझाव दिया कि अगर गिरियक प्रखंड के चोरसुआ बकरा में बैराज पर शटर का निर्माण कराया जाए तो वहां पर पानी को झारखंड से छोड़े गए पानी को नियंत्रण रखा जा सकता है. जिसके कारण रहुई में जो हर साल बाढ़ जैसी त्रासदी उत्पन्न होती है. उसका स्थाई निदान हो सकता है.
हालांकि इस मसले पर सांसद कौशल कुमार ने हामी भरते हुए इसे जल्दी पूरा करने की बात भी कही. दरअसल नालंदा में कई दिनों से हो रही बारिश का असर और झारखंड से छोड़े गए पानी का व्यापक असर पंचाने नदी में दिखा. जिसके कारण पंचाने नदी पूरी तरह उफान पर आ चुका है. नदी का पानी खेतों और सड़कों के बाद घरों में घुसना शुरू हो गया है. जिसके कारण खासकर रहुई इलाके के किसान त्राहिमाम कर रहे हैं. खासकर बाढ़ की त्रासदी सबसे ज्यादा दुलचंदपुर, मथुरापुर, मई फरीदा हवनपुरा गांव के लोग झेल रहे हैं. इस इलाके में कुछ दिन पूर्व लाखों रुपए की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था वह भी बाढ़ की चपेट में आ चुका है इसी इलाके में पहियारा बांध टूटने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है.
नालंदा से मो. महमूद आलम की रिपोर्ट
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