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मुज़फ्फरपुर : बाढ़ से नहीं मिल रही लोगों को निजात, अभी भी नदियों का कहर है जारी

बाढ़ का कहर जारी, कई गांव बीते माह से जलमग्न

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 सिटी पोस्ट लाइव :  मुज़फ्फरपुर जिलें में बाढ़ का कहर अब भी जारी है. इतने दिनों बाद भी नदियों के जलस्तर में कोई कमी नहीं आई है. बल्कि नदियां अब भी उफान पर है. जिले के कई प्रखंडों के गांव बीते महीने से जलमग्न है. लेकिन जलस्तर में कोई कमी देखने को नहीं मिली है. आलम ये है कि अब छोटी नदियों और नहर से कई क्षेत्र जलमग्न हैं.आवागमन बाधित तो फसल तबाह हो चुकी है. लोगों के रोजी रोटी पर बड़ा संकट पैदा हो गया है. बता दें मुज़फ्फरपुर जिला के 16 में से 15 प्रखंड जहां बाढ़ के चपेट में है तो वही बागमती बूढ़ी गंडक, लखनदेई गंडक के द्वारा तबाही के बाद अब वाया नदी सहित छोटी-छोटी बरसाती नदी के साथ नहर  बड़ी तबाही मचा रहा है.

जिला के कुढ़नी और तुर्की क्षेत्र के सैकड़ो गांव महज इन बरसाती नदियों और नहर के कारण बाढ़ के कहर को झेल रहे हैं। तुर्की और कुढ़नी क्षेत्र के चंद्रहिया, मोहनपुर, कमतौल, मधुबन, मुरौल, चदुआ चांदपुर सहित कई गांव अब तक बाढ़ की चपेट में है और बीते माह से बाढ़ के पानी ने यहां की जन जीवन सहित तमाम मानवीय गतिविधियों को ठप कर दिया है. जिसको लेकर लोग खासे परेशान और हताश हैं. कोरोना के बाद अब बाढ़ की तबाही झेल रहे मुज़फ्फरपुर जिले के लाखों की आबादी को इस बाढ़ ने बहुत ही प्रभवित किया. जिसके कारण यहाँ की फसल खेत खलिहान के साथ साथ अन्य रोजी रोटी की तमाम गतिविधियों पर विराम लग गया.

स्थानीय लोगों के साथ-साथ लंबे समय से घरों में घुसे बाढ़ के पानी के कारण लोग ऊंचे स्थान पर रहने को विवश है. वहीं स्थानीय महिला बताती है कि सरकार की ओर से मदद अब तक नहीं पहुंची है. जिसके कारण हम परिवार का गुजर बसर ऊंचे जगहों पर कर रहे हैं. ग्रामीण बताते हैं कि ये पानी लगातार महीने दिन से ठहरा हुआ है और जिला मुख्यालय से संपर्क कटने के कारण और सभी खेत खलिहान के फसलों के खत्म होने से परेशानी बढ़ गई. अब तक सरकार की ओर से कोई भी राहत नहीं मिली है विशेष रूप में किसानों को जिनकी मेहनत पर कोरोना के बाद बाढ़ ने भी पानी फेर दिया है।

विशाल कुमार की रिपोर्ट

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