शहीद की शहादत को बनाया यादगार और अमर, लोगों ने किया पिन्टू सिंह की शहादत को नमन

City Post Live - Desk

शहीद की शहादत को बनाया यादगार और अमर, लोगों ने किया पिन्टू सिंह की शहादत को नमन

सिटी पोस्ट लाइव : जिस वीर अमर शहीद की शहादत को बिहार के पटना में आयोजित संकल्प रैली की वजह से केंद्र और राज्य सरकार ने बौना कर दिया था, उसे सहरसा वासियों ने यादगार और अमर कर दिया। बीती देर शाम 4 मार्च को सहरसा जिला मुख्यालय के कुँवर सिंह चौक पर इसी माह के 1 मार्च को जम्मू-कश्मीर के हंदवारा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए जाबांज सीआरपीएफ के डीएसपी पिन्टू कुमार सिंह की शहादत को नमन करने और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए युवाओं का जन सैलाब उमड़ पड़ा। बताना जरूरी है कि दिवंगत शहीद पिन्टू सिंह बेगूसराय जिले के बखरी थाना क्षेत्र के ध्यानचक टोला के रहने वाले थे। उन्हें पांच साल की एक बेटी है और पत्नी अंजू सिंह अभी गर्भवती हैं।

वीर शाहिद पिन्टू सिंह को ऐतिहासिक, गौरवपूर्ण तरीके और भीड़ के सैलाब के साथ युवाओं ने अश्रुपूर्ण श्राद्धाजंलि दी। शहीद के सम्मान में उनकी तस्वीर पर जमकर पुष्पांजलि की गई। कैंडल से उनका नाम लिखकर सभी ने पहले पांच मिनट का मौन रखा। उसके बाद शहीद के जयकारे और आतंवाद के खिलाफ गगनभेदी नारों के साथ कुँवर सिंह चौक से शंकर चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया। बरिष्ठ पत्रकार सह समाजसेवी दादा ठाकुर मुकेश सिंह के संयोजन में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता युवा नेता रितेश हन्नी वर्मा ने कर रहे थे।

इस मौके पर दादा ठाकुर मुकेश सिंह ने कहा कि अमर शहीद पिन्टू सिंह के साथ केंद्र और सूबे की सरकार ने बड़ी नाइंसाफी की है।दिवंगत शहीद का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट पर पड़ा रहा लेकिन उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्र और राज्य के मंत्री सहित कोई भी नेता नहीं पहुँचे। बिहार में आयोजित एनडीए की संकल्प रैली के सामने शहीद की शहादत बौना साबित हुआ। हांलांकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना एयरपोर्ट पहुंचकर अमर शहीद को श्रद्धांजलि देकर अपना राजनीतिक धर्म जरूर निभाया। श्री सिंह ने आगे कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी है लेकिन उससे पहले देश के भीतर बैठे गद्दार और आतंकियों का केंद्र सरकार सफाया करे।

शहीद की शहादत पर हम कोई राजनीति बर्दास्त नहीं करेंगे ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे युवा नेता रितेश हन्नी वर्मा ने कहा कि देश अभी कठिन दौर से गुजर रहा है। सेना के आत्मबल को बढ़ाने की जरूरत है। सबूत मांगने वाले गैंग को अपनी आदत और चरित्र को सुधारना चाहिए। देश से आतंकवाद को खत्म करना, प्रधानमंत्री का पहला कर्तव्य होना चाहिए। आजाद युवा विचार मंच के रौशन झा ने कहा कि शहीद की शहादत को हम हिंदुस्तानी किसी भी सूरत में जाया नहीं होने देंगे। देश अपनी सेना के साथ खड़ा है।आतंकवाद की जहां भी जमीन है, उसे नष्ट करने का लक्ष्य भारत सहित विश्व के सभी देशों का धर्म बनना चाहिए।

उन्हें दुःख है कि पिन्टू सिंह की शहादत को नजरअंदाज किया गया। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के सहरसा जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह ने कहा कि हम क्षत्रिय देश पर मर-मिटने के लिए ही पैदा हुए हैं। लेकिन हमारे भाईयों की शहादत का सरकार मखौल ना उड़ाए। हम सेना के साथ युद्ध में साथ खड़े होने का वचन देते हैं। हर कीमत पर आतंकवाद का सफाया जरूरी है। इस मौके पर कई अन्य वक्ताओं ने भी अपनी राय रखी। इस श्रद्धाजंलि सभा की सबसे खास बात यह थी कि विभिन्य धरा और विभिन्य सामाजिक संगठनों के युवाओं ने अपनी महती भागीदारी दी। जात, वर्ग, पंथ, सम्प्रदाय और धर्म की दीवार गिराते हुए वीर शहीद पिन्टू कुमार सिंह को श्रद्धाजंलि दी गयी ।

इस कार्यक्रम में आजाद युवा विचार मंच, पायो, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, मिथिला स्टूडेंट यूनियन, राष्ट्रवादी उल्मा ए हिन्द, रोटी बैंक सहित कई संगठनों के युवा शामिल रहे। इस अमर शहीद की शहादत को यादगार और ऐतिहासिक बनाने में शैलेश झा, हरिओम सिंह, प्रणव मिश्रा, चंदन सिंह, राहुल कुमार, विकास सिंह, सोना सिंह भदौरिया, अमित सिंह किनवार, कौशल क्रांतिकारी, सुभाष गांधी, शारदाकान्त झा, आकाश सिंह, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद जावेद चांद, मोहम्मद शाकिब, मुख्तार आलम, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद अरमान, जे.के.इस.मिर्जा, लक्ष्मण दास, दीपक दास, बबन यादव, दिलीप यादव, संतोष यादव, शंकर यादव, नरेश पासवान, अमर पासवान, बालकिशोर भगत, नवीन साह, बंटी सिंह तोमर, शशिकांत भारद्वाज, अमित कन्हैया, मोनू राज, बिट्टू सिंह, चुन्नू भदौरिया, माधव मुकुंद,विमल यादव,पुनीत आनंद,अमित कुमार सहित कई अन्य शामिल रहे ।

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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