सिटी पोस्ट लाइव : अधवारा समूह की लखनदेई नदी आये उफान के बाद बाढ़ के पानी ने सीतामढ़ी के शहरी इलाकों में भी दस्तक दे दी है। इस दौरान नगर से सटे इलाको में बाढ़ का साइड इफेक्ट भी देखने को मिलने लगा है। बाढ़ ने कइयों के आशियाने उजाड़ दिए हैं। शहर के जानकी नगर स्थित कुष्ट कॉलोनी में रहने वाले सैकड़ो परिवार इससे खासे प्रभावित हैं। अपना कॉलनी के नाम से जाने वाले इस कॉलनी के आज सैकड़ो लोग जिला प्रशासन के लिए पराये बन गए है।
कॉलोनी के लोग बाढ़ की वजह से पिछले 48 घंटे से रेलवे ट्रैक पर शरण लिए हुए हैं। इसमें दो सौ परिवार शामिल हैं, जिनकी सुध लेनेवाला कोई नहीं है। यहाँ तक की चौबीस घंटे से भूख प्यास से बिलखते बच्चों की आवाज सुनने के लिए भी किसी को फुर्सत नहीं है। जब मीडिया की टीम इस कॉलोनी में पहुँची तो उन्हें लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। बाद में यहाँ की वस्तु स्थिति को देख कर पता चला कि महिलाओं के शौच के लिए यहाँ चलंत शौचालय तक की भी व्यवस्था नहीं की गई है। यहाँ के लोग आसपास के घरों में जा किसी तरह मांग कर अपने बच्चों का पेट भर रहे हैं।
रेलवे ट्रैक पर शरण लिये लोगो ने बताया कि बाढ़ के पानी के भय से रेलवे ट्रैक पर रहना मजबूरी है। लेकिन, यहां भी विभिन्न प्रकार के सांप और बिच्छू के निकलने के कारण हमेशा डर बना रहता है। बाढ़ के पानी मे बहकर आये कीड़े मकाेड़े ऊंचे स्थानाें पर पहुंच जा रहे है। इस कारण पूरी रात जागकर बितानी पड़ती है। प्रशासन के स्तर से हमलाेगाें के लिए किसी भी प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध नहीं करायी गयी है। न जाने कब तक इस तरह की जिंदगी काटनी पड़ेगी।
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