सिटी पोस्ट लाइव: सूबे के कई जिलों में मानसून के दस्तक देने के बाद भारी बारिश होनी शुरू हो गयी है. वहीं, यह बारिश अब लोगों के लिए आफत बनती जा रही है. लोगों को अब अपने इलाकों में बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है. इसी क्रम में खबर पश्चिम चंपारण से सामने आई है जहां, भारी बारिश का प्रकोप देखने को मिला. दरअसल, जिले के बगहा प्रखंड में हरहा नदी पर बने पुल का एप्रोच पथ भी कई जगहों पर गड्ढों में तब्दील हो गया है. जिसके कारण बीस से अधिक गांव के लोग प्रभावित हुए हैं.
वहीं, बाढ़ के कारण एप्रोच रोड में गढ्ढा होने के आवागमन भी पूरी तरह से बंद हो गया है. जानकारी के मुताबिक, इस पुल के बनने से लगभग बीस गांवों के लोगों और किसानों को आवागमन और खेती-बाड़ी में काफी फायदा मिलता था लेकिन, बाढ़ के कारण अब तो आवागमन भी पूर्ण रूप से ठप पड़ गया है. वहीं, इसको लेकर स्थानीय ग्रामीण और पूर्व पंचायत प्रमुख मिथिलेश पति तिवारी ने इस रास्ते को तत्काल चलने योग्य बनाने की मांग की है ताकि समय से खेती हो और अन्य जरूरी कार्यों के लिए आवगमन चालू हो सके.
बता दें कि, सूबे के कई जिलों की स्थिति ऐसी ही होती जा रही है. गोपालगंज में भी बाढ़ की नौबत आ गई है. नेपाल में लगातार हो रही बारिश के बाद वाल्मीकि नगर बराज से बुधवार को 4 लाख 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. यह पानी अब तेजी से गोपालगंज के गांवों में पहुंचने लगा है. वहीं, मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे यानी 18 जून तक राज्य के 11 जिलों के लिए भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है.मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है वे हैं उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय.
Comments are closed.