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अनशनकारियों से दुर्व्यवहार करना डॉक्टर को पड़ा मंहगा, कान पकड़ के उठक-बैठक लगाकर मांगी माफी

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अनशनकारियों से दुर्व्यवहार करना डॉक्टर को पड़ा मंहगा, कान पकड़ के उठक-बैठक लगाकर मांगी माफी

सिटी पोस्ट लाइव एक्सक्लूसिव : सहरसा में एम्स निर्माण को लेकर शिफ्ट वाईज चल रहे आमरण अनशन पर अनशनकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने पहुंचे सदर अस्पताल के नामी चिकित्सक अखिलेश प्रसाद ने अनशन पर बेसुध पड़े एक्स बीडीओ डॉक्टर गौतम कृष्ण का चेकअप तो किया लेकिन अनशनकारियों के साथ वे अभद्र व्यवहार कर बैठे ।उन्होंने अनशनकारियों को कहा कि यह अनशन बेवजह और वाहियात है ।इस अनशन ने लोगों को पागल बना दिया है ।सहरसा में एम्स का निर्माण कभी नहीं होगा ।फर्जी लोग फर्जी अनशन कर,शहर का माहौल खराब कर रहे हैं ।इतना सुनते ही अनशनकारियों के समर्थन में बैठे लोग अगिया-बेताल हो गए और उन्होंने डॉक्टर को बंधक बना लिया ।डॉक्टर को तब जाकर अपनी गलती का तुरन्त अहसास हुआ और वे अपनी गलती के लिए माफी मांगने लगे ।लेकिन लोग उनकी जुबानी माफी से संतुष्ट नहीं हुए ।तब हारकर डॉक्टर अखिलेश प्रसाद ने अपने दोनों कान पकड़ कर खूब उठक-बैठक की ।इसके बाद फिर से बहुत मान-मनौव्वल हुआ,तब जाकर अनशनकारियों के समर्थकों ने डॉक्टर को अनशन स्थल से जाने दिया ।घटना के बाबत आपको बताते चलें कि सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टर अखिलेश प्रसाद शनिवार की देर संध्या धरना पर बैठे अनशनकारियों का ईलाज करने पहुंचे थे ।लेकिन उनकी नजर में अनशन के रिसाव से सभी पागल हो रहे हैं ।आपको यह जानकारी देना भी बेहद जरूरी है कि सहरसा में एम्स निर्माण के लिए एम्स निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले बीते 24 दिसम्बर से आमरण अनशन की शुरुआत हुई। वह अनशन सात दिवसीय था जिसका नेतृत्व एम्स निर्माण समिति के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता विनोद झा और लोजद के प्रदेश महासचिव प्रवीण आनंद ने किया। फिर 31 दिसम्बर से दूसरे फेज के अनशन की शुरुआत हुई जिसका नेतृत्व पीपुल्स पॉवर के बैनर तले एक्स बीडीओ डॉक्टर गौतम कृष्ण कर रहे हैं। आज अनशन का छठा दिन है ।छः लोग अनशन पर बैठे हैं जिसमें से चार की हालत काफी नाजुक है, जिन्हें ईलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।डॉक्टर की बदसलूकी को लेकर पीपुल्स पावर के प्रमुख पूर्व बीडीओ डॉक्टर गौतम कृष्ण ने कहा कि डॉक्टर ने आते-आते ही राजनीति की साजिश वाली बात शुरू कर दी,जबकि उन्हें अनशनकारी के ईलाज के सिवा किसी तरह की टीका-टिप्पणी करने की जरूरत नहीं थी ।लगता है डॉक्टर ने किसी राजनेता के इशारे पर ऐसी ओछी हरकत की है। हांलांकि डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकार कर ली, इसलिए हमने शिष्टाचारवश उन्हें माफ कर दिया।

सही मायने में डॉक्टर अखिलेश प्रसाद को अपनी ड्यूटी करनी चाहिए थी लेकिन जैसी करनी वैसी भरनी वाली बात उनके साथ चरितार्थ हो गयी। सहरसा में एम्स निर्माण को लेकर विगत पांच महीने से आंदोलन चल रहे हैं। अब आंदोलन की अंतिम कड़ी के तौर पर लगातार विभिन्य टोली में भूख हड़ताल की जा रही है ।देश का यह अनूठा और हमारी समझ से ऐसा पहला अनशन है,जो लगातार चलेगा, जबतक केंद्र सरकार एम्स निर्माण की स्वीकृति की हरी झंडी नहीं दिखा देती है। आज की घटना ने यह साबित कर दिया है कि एम्स निर्माण को लेकर जितने भी लोग सजग हैं,वे बिना एम्स की घोषणा की बात सुने, किसी भी समझौते के लिए तैयार नहीं होंगे ।इस कड़ी में हम आपको बता दें कि आज खगड़िया के लोजपा सांसद महबूब अली कैसर ने हमसे दूरभाष पर करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की। यह बातचीत सिर्फ एम्स को लेकर हुई। सांसद कैसर इस मामले को संसद में पुरजोर तरीके से उठाने की तैयारी में जुटे हैं ।अब आगे देखना है कि केंद्र सरकार संसद में गूंजने वाली आवाज और लगातार चल रहे इस आमरण अनशन को कितना तवज्जो देती है और इसका क्या फलाफल निकलता है।

पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “एक्सक्लूसिव”रिपोर्ट

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