सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पिछले कई महीनों से बालू की किल्लत है. इसका फायदा सबसे ज्यादा बालू माफियाओं ने उठाया. उंचे दामों पर बालू की सप्लाई की जा रही है. बालू माफियाओं का आतंक ऐसा कि सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश देने पड़े. लगातार पुलिस द्वारा बालू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जिसमें बहुत हद तक सफलता भी मिली. इन सबके बीच सबसे ज्यादा कोई पीसा तो वो आम जनता थी. जिन्हें घर बनाने के लिए बालू के लिए मोहताज होना पड़ रहा था.
लेकिन अब बिहार में बालू की किल्लत कम होने जा रही है. जिसके बाद इसके दाम में भी गिरावट देखने को मिलेगी. बिहार में एक बार फिर 1 अक्टूबर यानि शुक्रवार से बालू का खनन शुरू हो जाएगा. बता दें एनजीटी(NGT) के रोक के कारण 1 जुलाई से 30 सितंबर तक बिहार में बालू खनन पर रोक लगी है, अब रोक हटते ही कल से एक बार फिर बालू खनन का काम शुरू हो जाएगा. हालांकि, अभी बालू खनन बिहार के सिर्फ 8 जिलों में शुरू हो सकेगा.
बिहार के बक्सर, अरवल, नवादा, बांका, वैशाली, बेतिया, मधेपुरा, किशनगंज जिले से इसकी शुरुआत होगी. वहीं पुराने बंदोबस्तधारियों की लीज अवधि को बढ़ाया जाएगा. अब ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बालू खनन शुरू होते ही बालू के बढ़े रेट में कमी आएगी, जिससे लोगों को राहत मिल सकेगी. रेत खनन पर रोक बरसात के कारण लगाई गई थी. बहराल इसकी वजह से मार्केट में अवैध तरीके से काफ़ी महंगे रेट पर बालू बिकने लगी. आमलोग के साथ ही निर्माण उद्योग से जुड़े लोग खासे परेशान हुए. कहा गया है कि. खान विभाग सरकारी रेट पर बालू बेच रहा था, लेकिन ढुलाई के कारण वह काफी महंगी बिक रही थी.
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