सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना को लेकर पिछले ढाई महीने से जारी लॉक डाउन (Lockdown) के कारण देश और राज्य की तमाम योजनाएं अधर में लटक गई हैं. लेकिन अब सब्र का बाँध टूटता जा रहा है. लॉकडाउन के लंबा लंबा खींच जाने के कारण अब उन योजनाओं को फिर से शुरू करने के बारे में सोचा जा रहा है. बिहार पुलिस (Bihar Police) अपनी स्थगित योजना को शुरू करने के बारे में विचार कर रही है. अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से बचाव के मकसद से स्थगित हुए पुलिस प्रशिक्षण कार्यक्रम को फिर से चालू करने का अनुरोध किया है.
वैसे ये तो सभी मान चुके हैं कि अब यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि कोरोना जैसे संक्रामक बीमारी से पूरी तरह कब तक निजात मिल सकेगी. अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार ने पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, अपर पुलिस महानिदेशक बीएमपी और अपर पुलिस महानिदेशक बिहार पुलिस अकादमी राजगीर को पत्र लिखा. इस पत्र में अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के मकसद से स्थगित चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम को फिर से चालू करने का अनुरोध किया है.
अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि पिछले 23 मार्च से लॉक डाउन की स्थिति पूरे देश में है. कोरोना संक्रमण के प्रसार की गति पर अंकुश तो लगाया जा सका है लेकिन यह पूरी तरह से थमा नहीं है. अपर पुलिस महानिदेशक का मानना है कि निश्चित तौर पर यह नहीं बताया जा सकता कि इस वैश्विक और संक्रामक बीमारी से पूरी तरह निजात कब तक मिल पाएगी. पुलिस महानिदेशक का मानना है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम भी बहुत जरूरी है और इसे लंबे समय तक नहीं रोका जा सकता है. एडीजी मुख्यालय ने पत्र के अंत में अनुरोध किया है कि गृह मंत्रालय भारत सरकार और गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार द्वारा कोविड-19 से बचाव के संबंध में जारी गाइड लाइन का पालन करते हुए प्रशिक्षण संस्थाओं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों को पुनर्जीवित करने पर विचार किया जाए.
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