एडीआरएम ने सहरसा स्टेशन का किया औचक निरीक्षण, गंदगी देखकर कर्मियों पर बिफरे
सिटी पोस्ट लाइव स्पेशल : आज शुक्रवार को समस्तीपुर रेल डिवीजन के ADRM एस.आर. मीणा ने रेलवे स्टेशन, स्टेशन परिसर सहित रेलवे कॉलोनी अवस्थित आवासों की साफ-सफाई, यातायात, जलजमाव सहित अन्य समस्याओं को अपनी नंगी आंखों से देखा। उनके साथ रेलवे के अन्य वरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे। इस निरीक्षण के क्रम में ही, रेल कर्मचारी संघ ने भी ADRM श्री मीणा को आवेदन सौंप कर रेल कर्मियों के लिए बने आवासों की जर्जर स्थिति, जलजमाव, शौचालय की खुली टंकी के कारण बदबू सहित कई अन्य समस्याओं की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया। संघ द्वारा द्वारा दिए गए आवेदन पर ADRM ने स्वयं उन जगहों का निरीक्षण किया और निरीक्षण में कई सारी कमियों को देख कर मौके पर ही मौजूद AEN मनोज कुमार का जमकर क्लास लिया। यही नहीं,उन्होंने पूर्व में किए गए निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देश का भी अमल नहीं होने को लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की।
निरीक्षण के बाद उन्होंने बताया कि वे इंटरलॉकिंग के काम का निरीक्षण सहित साफ-सफाई और रेल कर्मियों के बने आवासीय परिसर का निरीक्षण करने सहरसा पहुंचे थे। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर भी कई सारी खामियां देखी। जिनमें प्लेटफार्म नंबर दो पर बने पुरुष और महिला प्रतीक्षालय में भी कई कमियां पाई। वहां बैठने के बने बेंच पर कई जगह टाईल्स टूटे हुए थे। शौचालय में भी भीतर से कुंडी नहीं लगा हुआ था। ऐसे में शौचालय के गेट में रस्सी के सहारे लोग शौचालय जा रहे थे। जो कहीं से भी उचित नहीं है। इन तमाम कमियों को लेकर उन्होंने निर्देश दिए। वहीं उन्होंने इंटरलॉकिंग का काम अगले सप्ताह खत्म होने की उम्मीद जाहिर की है। साथ ही उन्होंने स्टेशन परिसर स्थित बैटरी कक्ष सहित अन्य विभाग का भी निरीक्षण किया। सभी में सुधार के उन्होंने निर्देश दिए। जिसके बाद रेलवे कॉलोनी स्थित आवासीय परिसर का निरीक्षण किया गया। ADRM ने बताया कि रेलवे आवासीय परिसर के आसपास गंदगी और बदबू चारों तरफ फैली हुई है।
सफाई में कोई सुधार ना पूर्व में देखने को मिली थी ना अभी देखने को मिल रही है। जलजमाव से मुक्ति के लिए डैनेज निर्माण या दूसरे विकल्प का भी वे उपाय कर रहे हैं। जलजमाव से मुक्ति के लिए प्रारूप तैयार कर भेजने का भी निर्देश दिया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही रेलवे आवासीय परिसर से जल जमाव से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने स्वीकार किया कि गुणवत्ता के साथ कई काम नहीं हुए हैं। साथ ही बिना चेयरमैन के स्वीकृति के ही नए बने आवास का आवंटन को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की। आवासीय परिसर के आवंटन के लिए उन्होंने कई निर्देश दिए। वहीं प्लेटफार्म नंबर 1 के दक्षिणी छोड़ पर 10 साल पूर्व बने 50 लाख की लागत के 5 मकानों की जर्जर हालात पर भी AEN को फटकार लगाई। पांचों मकान जर्जर स्थिति में है।
उनके लिए भी उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश दिया। प्लेटफार्म पर यात्रियों को शुद्ध पानी और शौचालय के अभाव पर भी चिंता उन्होंने जाहिर की। उन्होंने खुद स्वीकार किया कि पिछले निरीक्षण में भी शुद्ध पानी और शौचालय की समस्या से निजात के लिए उन्होंने निर्देश दिए थे। लेकिन स्थिति आज भी वैसी ही है ।रेल यात्रियों को शुद्ध पानी और शौचालय की सुविधा के लिए समय निर्धारित करने का निर्देश दिया। मौके पर मौजूद AEN मनोज कुमार ने एक महीने के अंदर प्लेटफार्म पर यात्रियों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए मोहलत मांगी। साथ ही उन्होंने पर्याप्त शौचालय का भी निर्माण कराने का भरोसा दिलाया। इस निरीक्षण के बाद ADRM बनमनखी की ओर औचक निरीक्षण के लिए निकल गए।
इस औचक निरीक्षण के मौके पर एडीआरएम एस आर मीणा के साथ सीनियर D.M 3 मयंक अग्रवाल, S.S अरुण कुमार, DME पावर प्रभात कुमार, RPF इंस्पेक्टर सारनाथ, DCI राजेश कुमार श्रीवास्तव, DMO डॉ. अनिल कुमार, C.H.I पुष्पक कुमार, C.W.I सुनील कुमार एवं कर्मचारी सीताराम प्रसाद और अरविंद प्रसाद मौजूद थे। कुल मिलाकर इस निरीक्षण में सिर्फ कमियां ही निकलकर आईं, जो सहरसा रेल अधिकारी और कर्मियों की उदासीनता और काम की जगह लूट की परिपाटी चलाने की गवाही दे रहा है।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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