ककोलत की जलधारा हुई उग्र, प्रशासन ने अगले आदेश तक सैलानियों पर लगाई रोक
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत जलप्रपात की जलधारा रविवार की शाम अचानक उग्र हो गई. देखते ही देखते झरने का बहाव तेज होने लगा, जिसके बाद लोगों के बीच अफरातफरी मच गई. झरने की धारा उग्र होने के बाद प्रशासन ने फ़ौरन कुंड को खाली कराया. इस दौरान किसी भी तरह की जान-माल की कोई क्षति नहीं हुई. लोग झरने का आनंद लेते नजर आये. लोग फोटो, विडियो और सेल्फी लेते दिखे. हालांकि सोमवार की सुबह जलधारा सामान्य हो गई. फिर भी जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर अगले आदेश तक के लिए ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दिया है. रजौली एसडीएम चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि गोविदपुर सीओ व थानाध्यक्ष ने सूचित किया था कि भारी बारिश के चलते ककोलत जलप्रपात क्षेत्र में बाढ़ की संभावना प्रबल है.
ककोलत केयर टेकर यमुना पासवान ने बताया कि प्रसाशन द्वारा ककोलत आने जाने वाले सैलानियों को एक सप्ताह तक रोक लगा दिया गया है. साथ ही क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि ककोलत में नहाने, असुरक्षित स्थानों पर जाने और अनावश्यक भीड़ एकत्रित होने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लगाई गई है. ककोलत में पर्यटकों को जाने से रोकने के लिए दो दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. गोविदपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी विजय कुमार रविदास और प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अजय कुमार को बतौर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है. थानाध्यक्ष को सशस्त्र बलों की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही बीडीओ को इसका प्रचार प्रसार करने को कहा गया है. ककोलत के मुख्य प्रवेश द्वार पर बैरेकेडिग लगाने का भी निर्देश दिया गया है.
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