बिहार में 50 गांव के लोगों ने खुद ही सील कर दी सड़कें! Complete Lockdown
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस के संक्रमण (Coronavirus) के खतरे को गावं के लोगों भी बेहद गंभीरता से लिया है. शहर में तो कुछ लोग सड़क पर नजर भी आ जा रहे हैं लेकिन गावों में तो कर्फ्यू जैसा नजारा है. गावं के लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.पीएम मोदी (PM Modi) के लॉकडाउन के ऐलान का सबसे ज्यादा पालन गावं के लोग कर रहे हैं. बगहा के सुदूर थरुहट क्षेत्र के पचास गांवों में लॉकडाउन (Lockdown) को लेकर ग्रामीणों ने रास्तों को पूरी तरह सील कर दिया है. इन गांवों में न तो किसी बाहरी को आने की अनुमति है और न ही गांव का कोई व्यक्ति बाहर जा सकता है.
वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के आस-पास बसे थरुहट के इस इलाके में ग्रामीणों ने गांव से निकलने वाले एवं गांव में प्रवेश करने वाले रास्तों को पूरी तरह सील कर दी है. कोराना का खौफ कहें या फिर पीएम की अपील का असर, यहां एक गांव से जो संदेश निकला वह पूरे देश लिए मिसाल है. दरअसल, पीएम मोदी की अपील के 24 घंटे के अंदर करीब पचास गांवों तक पहुंचा और ग्राामीणों ने रास्तों को सील कर शत-प्रतिशत लाकडाउन के पालन करने का फरमान जारी कर दिया.
खजुरिया, भड़छी, जरार, कटहरवा , सोनगढ़वा, महदेवा समेत पचास गांवों में पीएम का आह्वान बखूबी से पालन हो रहा है. भड़छी के ग्रामीण ठगई महतो कहते हैं कि पीएम के संदेश को लेकर लॉकडाउन के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी यहां शत-प्रतिशत पालन हो रहा है.गांव की रहने वाली उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा प्रबंधक मुन्नी देवी कहती हैं कि गांव से एक दो लोगों को बाहर जाने की अनुमति भी मिली जिनको अनिवार्य सेवा के लिए कर्तव्य का निर्वहन करना है. मगर ग्रामीणों ने शर्त लगा दी कि पैदल ही सफर करना होगा. सच मानिए देश के सबसे पिछड़े और सुदूर इलाके से निकला यह संदेश महानगरों को लोगों के लिए बड़ा मैसेज दे रहा है जहां पुलिस को मजबूरन सख्ती बरतनी पड़ रही है.
एसपी राजीव रंजन ने बताया कि थारू बाहुल्य गांवों के लोग स्वतः ही गांव में लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. अच्छी बात यह है कि पुलिस और प्रशासन को अब लोगों को समझाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. एक के बाद एक गांव के लोग इस ग्रामीणों को अमल कर गांव में शत प्रतिशत लॉकडाउन को सफल बना रहे हैं. जिन इलाकों में ऐसा नहीं हो रहा है वहां सख्ती से पालन करवाया जा रहा है.
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