स्थापना दिवस पर राज्य के 4398जायेंगे हड़ताल पर
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़ : झारखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर 15 नवंबर से मुखिया को पंचायत के पूर्ण अधिकार नहीं दिए जाने के विरोध में राज्य के 4398 मुखिया कलम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे। इसकी जानकारी देते हुए पाकुड़ मुखिया संघ के अध्यक्ष चित्रलेखा गौड़ ने बताया कि 15 नवंबर को जहां पूरा झारखंड स्थापना दिवस मना रहा होगा। वहीं ग्रामीण विकास के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राज्य भर के 4398 मुखिया कलम बंद हड़ताल पर जाएंगे। उन्होंने बताया कि यह निर्णय राज्य स्तरीय बैठक रांची में अध्यक्ष विकास कुमार महतो, उपाध्यक्ष उदयसिंह, देवनाथ, राणा सरकार आदि की उपस्थिति में सामूहिक निर्णय के बाद लिया गया है। बैठक में तय किया गया था मुखिया के अधिकार और सम्मान को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा ।अपनी मांग और अधिकार के लिए चरण बंद आंदोलन किया जाएगा। जिसके तहत 15 नवंबर से चरणबद्ध आंदोलन का श्री गणेश किया जाएगा। बातचीत के क्रम में मुखिया चित्रलेखा गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था को कमजोर करने का काम किया है। मुखिया को पूर्ण अधिकार प्राप्त नहीं है , जिससे राज्य भर के 4398 मुखिया पूरी तरह से रुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि पंचायतों को 14 विभागों से संबंध 29 तरह की शक्तियां प्रदान करने में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल है ।वहीं पंचायती राज अधिनियम को धता बताते हुएे ग्राम विकास समिति और आदिवासी विकास समिति का गठन का फैसला लिया गया है। जबकि राज्य गठन के 18 वर्षों के बाद भी पंचायती राज व्यवस्था आज तक पूर्ण रूप से लागू नहीं हुआ। केवल कागजों पर ही राज सरकार की ओर से अधिकार दिया गया जो सरकार की मानसिकता को दर्शाता है। अपनी चार सूत्री मांगों को लेकर पाकुड़ जिला के सभी 33 मुखिया राज्य मुखिया संघ द्वारा लिए गए निर्णय के साथ कंधे से कंधे से कंधे मिलाकर खड़े हैं । जानकारी के अनुसार मुखिया संघ द्वारा कलम बंद हड़ताल में जाने से स्वच्छ भारत मिशन ,मनरेगा, 14वें वित्त आयोग के तहत दी गई योजनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है।