डीजीपी ने रेड ज़ोन की समीक्षा के बाद औरंगाबाद के शहीद के परिजनों को दिया 11 लाख का चेक
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस जिससे पूरी दुनिया त्रस्त है वही बिहार में मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है. इस बीच बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय लगतार रेड जोन वाले इलाके में जा रहे है वहां निरीक्षण कर रहे है वहाँ अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे रहे है इसी कड़ी में बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय आज कैमूर जिला स्थित बिहार उत्तर प्रदेश बॉर्डर पहुंचे. वहाँ आकर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था और दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों का हालचाल जाना. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा की हम लोगों को उम्मीद नहीं था कि इतनी भारी संख्या में मजदूर वापस आएंगे. फिर भी हम लोग मजदूरों के हित के लिए काम कर रहे हैं. खाना-पीना के साथ-साथ उन्हें वाहन से ले जाना क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखना और वहां भी सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखना हमारी प्राथमिकता है.
उन्होंने कहा की गाँव और गली मे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए पुलिस की पर्याप्त संख्या नहीं है. फिर भी पुलिस की ओर से लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि जो जहां है वहीं पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. इसमें जनप्रतिनिधियो के साथ आम जनता भी शामिल है. उन्होंने कहा की पुलिस, चिकित्सक और प्रशासन पर कोई हमला नहीं करें अन्यथा दुष्परिणाम की सज़ा भुगतने के लिए तैयार रहे . गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा की हम लोगों की जिम्मेदारी कानून का इंप्लीमेंट कराने का है, जनता पर शासन करने के लिए नहीं. हम जनता के सेवक हैं. पुलिस अपनी सेवा से सबका दिल जीतने का प्रयास कर रही है. किसी को दवा या खून की जरूरत हो तो हमारे पुलिसकर्मी और प्रशासन उसके साथ खड़े हैं.
उन्होंने कहा की जनता के दिल में शुरू से पुलिस की छवि नकारात्मक है. जिसे सकारात्मक करने का हमारा प्रयास है. इस प्रयास में सभी पुलिसकर्मी लगे हैं. हालाँकि पुलिस लुच्चे लफंगे से सख्ती से निपटेगी. उन्होंने कहा की सरकार की नीति और आदेश जनता तक सीधे पहुंचे. यही पुलिस का मकसद है. डीजीपी श्री पांडेय ने शाहाबाद रेंज के डीआइजी पी.कन्नन, जिला अधिकारी कैमुर डॉ. नवल किशोर चौधरी,पुलिस अधीक्षक कैमुर,दिलनवाज अहमद,अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी मोहनियां रघुनाथ सिंह महजूद सहित अन्य अधिकारियों से वार्तालाप किया और दिशानिर्देश दिए और रोहतास जिले के लिए प्रस्थान कर गए।
वही रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम पहुँचने के बाद बिहार के पुलिस महानिदेशक DGP गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिहार के लगभग अधिकांश जिले रेड जोन और ऑरेंज जोन में है और इन दोनों जोन में आने वाले जिला व शहरों को किसी भी प्रकार की कोई छूट नहीं दी जाएगी। जिस तरह से लोगों ने लॉक डाउन 0.1 और 0.2 को पालन किया। उसी तरह लॉक डाउन 0.3 को भी पालन करना है। उन्होंने यह भी कहा कि छूट को लेकर लोगों में भ्रम है लेकिन मैं इस भ्रम को तोड़ते हुए कहना चाहता हूँ कि लॉक डाउन 0.3 में कोई भी छूट या रियायत नहीं दी जाएगी। खासकर वह जिले एवं शहर जो रेड और ऑरेंज जोन में है। फिलहाल रेड जोन में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी। ऑरेंज जोन मे कुछ जरूरी चीजों में छूट दी गई है। उन्ही ने कहा कि घर मे रहे सुरक्षित रहे एवंसख्ती से ही लॉक डाउन 0.3 का भी पालन करना है।
विदित हो कि बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे कोरोना को लेकर बिहार के सभी रेड जोन की समीक्षा दौर पर हैं। उसी को लेकर गुरुवार को डीजीपी कैमूर से होते हुए सासाराम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शाहाबाद प्रक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरिक्षक पी. कन्नन, रोहतास जिलाधिकारी पंकज दीक्षित एवं पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह के साथ जिले में कोरोना को लेकर समीक्षा कि और दिशा निर्देश दिए और औरँगाबाद जिले के लिए प्रस्थान कर गए।आज देर शाम जम्मू काश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद औरंगाबाद जिले के
संतोष मिश्रा के गाँव देवहारा पहुँचे पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पाण्डेय । डीजीपी ने शाहिद संतोष मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं
11 लाख का चेक परिजनों को दिया साथ ही शहीद संतोष मिश्रा की पत्नी दुर्गावती को इस दुःख की घड़ी में को ढांढस बंधाते हुए भविष्य में हमेशा मदद करने का भरोसा दिलाया। परिजनों व ग्रामीणों ने देवहरा बाजार के मुख्य सड़क पर शहीद संतोष चौक निर्माण कराने की मांग की तो डीजीपी ने का आश्वासन दिया। डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय के साथ जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल , पुलिस कप्तान दीपक बरनवाल , डीडीसी अंशल कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे ।
विकाश चन्दन की रिपोर्ट
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