किसने कर लिया कांग्रेस विधायक के घर पर कब्ज़ा, पुलिस से लगा रही न्याय की गुहार

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में सबसे ज्यादा मामले थानों और कचहरी में आती है तो वो है, जमीन और घर से जुड़े हुए. कई मामलों में तो हत्या और मारपीट जैसी घटना को भी अंजाम दिया जाता है. ताजा मामला पटना का है, लेकिन ये किसी आम लोग का मामला नहीं बल्कि एक विधायक का है.  वैशाली के राजापाकर की कांग्रेस विधायक ने अपने जेठ की साली नीतू देवी पर अपने ससुर का घर अवैध तरीके से कब्जा किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है. मामले को लेकर बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के भूतनाथ रोड टीवी टावर के समीप कांग्रेस विधायक के ससुर के आवास पर खूब हंगामा हुआ.

जिसके बाद महिला विधायक ने इसकी जानकारी अगमकुआं थाने की पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की. कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने बताया कि बीते 6 नवंबर को उनके रिटायर्ड सहायक उत्पाद आयुक्त ससुर चंद्रिका दास का निधन हो गया था. उन्होंने बताया कि परिवार के सभी सदस्य दाह संस्कार में भाग लेने अपने पैतृक गांव सोनपुर के पहलेजा चले गए थे. इस दौरान उन्होंने घर की रखवाली का जिम्मा अपने जेठ की साली नीतू देवी को सौंप दिया था. उनका कहना था कि जब वे अपने पैतृक गांव से वापस अपने अगमकुंआ स्थित आवास पहुंची तो अपने घर को अंदर से बंद पाया.

मामले पर पूछे जाने पर आरोपी नीतू देवी का कहना था कि विधायक प्रतिमा दास के ससुर चंद्रिका दास के साथ वह पिछले 25 सालों से लिव इन रिलेशन में साथ रह रही थी. उन्होंने बताया कि चंद्रिका दास लंबे समय से बीमार चल रहे थे, और बीमारी के कारण ही बीते 6 नवंबर को उनकी मौत हो गई थी. नीतू देवी का कहना था कि परिवार के किसी भी सदस्यों का चंद्रिका दास से कोई मतलब नहीं था, और ना ही बीमारी के दौरान परिवार का कोई भी सदस्य उनका हाल समाचार लेने उनके घर आता था. नीतू देवी का कहना था कि उन्होंने 25 सालों तक चंद्रिका दास की सेवा की है. ऐसे में चंद्रिका दास के घर पर उनका अधिकार है.

जानकरी अनुसार मामला पूरा उलझा हुआ है. एक का कहना है कि वो कांग्रेस विधायक के ससुर के साथ 25 सालों से साथ रह रही थी. ऐसे में ये घर उसका है. वहीं प्रतिमा दास कोर्ट में घर के कागजात पेश करने की बात कह रही है. वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दे दी गई है . और जल्द ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी. खैर फैसला किसके पक्ष में आएगा ये तो समय बताएगा. लेकिन इतना तो साफ़ है कि आम हो या खास हर कोई जमीन और घर के लिए लड़ता ही रहता है.

Share This Article