बिहार के लाचार शिक्षा मंत्री अपनी इज्जत बचाने के फेर में क्या क्या दे रहे हैं आदेश?
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के शिक्षा मंत्री बड़े बाघ बहादुर हैं.सबसे पहले तो उन्होंने निजी स्कूलों को अप्रैल महीने का ट्यूशन फीस और ट्रांसपोर्टेशन चार्ज नहीं लेने का आदेश दिया. मंत्री के विभाग से बाकायदा आदेश जारी हुआ और चेतावनी भी दी गई कि अगर अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव बनाया गया तो कारवाई होगी. लेकिन स्कूल वाले नहीं माने.ट्यूशन फीस, ट्रांसपोर्टेशन फीस तो वसूला ही साथ ही भवन के विकास, लाइब्रेरी फीस भी वसूल लिया.निजी स्कूलों ने सरकारी आदेश की धज्जियाँ उड़ा दी लेकिन सरकार चुप रही.
अब अपनी इज्जत बचाने के लिए शिक्षा मंत्री ने फिर से निजी स्कूलों को नया निर्देश जारी किया है.. शिक्षा मंत्री का कहना है कि फिलहाल राज्य के निजी विद्यालयों में तीन माह तक किसी प्रकार के शुल्क लेने पर उन्होंने रोक लगा दी है.लेकिन सच्चाई यहीं है कि खुद स्कूल वाले एकसाथ तीन महीने की फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव नहीं बना रहे हैं. वो एक दिन का फीस भी छोड़ने को तैयार नहीं हैं लेकिन एक एक महीने का फीस जमा करने की सहूलियत अभिभावकों को दे दी है. लेकिन इसका श्री भी शिक्षा मंत्री और उनका शिक्षा विभाग लेने में जुटा है.
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