NDA में ही रहेगें उपेन्द्र कुशवाहा, महागठबंधन में जा सकते हैं उनकी पार्टी के बड़े नेता
सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा सुप्रीमो केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के तेवर अब नरम पड़ गए हैं. सीटों के बटवारे को लेकर बीजेपी से लेकर नीतीश कुमार को निशाने पर लेनेवाले उपेन्द्र कुशवाहा अब नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी बोलने से परहेज करने लगे हैं. बीजेपी को बात बात पर एनडीए छोड़ देने की धमकी देनेवाले उपेन्द्र कुशवाहा अब नरेन्द्र मोदी को पीएम बनाने का राग अलापने लगे हैं. कुशवाहा ने आज नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपनी का इजहार किया है.
उपेन्द्र कुशवाहा ने अब रविवार को दिल्ली में यह एलान किया कि वे किसी भी हाल में एनडीए नहीं छोड़ेंगे. नरेन्द्र मोदी को एक बाऱ फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए वे मजबूती से काम करेंगे. उन्होंने कहा कि एनडीए एक मजूत गठबंधन हैं और यह अच्छे तरीके से काम कर रहा है. मेरे खीर वाले बयान का गलत मतलब निकाला गया. सामाजिक समरसता के लिए खीर बनाने की बात कही थी. समाज के अलग-अलग समुदाय से चीजें लेकर खीर बनाने का यह मतलब था कि सब एकजुट करना है. जो नेता मुझसे महागठबंधन में आने की उम्मीद पाले बैठे हैं उन्हें गहरी निराशा हाथ लगेगी.उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सीट शेयरिंग का मामला गठबंधन का अंदरुनी मामला है. इस मामले में मैं उचित मंच पर अपनी बात रखूंगा. इस संबंध में बीजेपी के साथ बात चल रही है.
लेकिन सूत्रों के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा के साथ अभीतक बीजेपी ने कोई बातचीत शुरू नहीं की है. पहलीबार 15 अक्टूबर को बात होगी .17 अक्टूबर को कुशवाहा की पार्टी की पटना में महत्वपूर्ण बैठक है. पार्टी सूत्रों के अनुसार ज्यादातर नेता महागठबंधन के साथ जाने के पक्ष में हैं. अपनी राय से वो उपेन्द्र कुशवाहा को उस दिन अवगत भी करा देगें.सूत्रों के अनुसार अभीतक लालू यादव के साथ भी उपेन्द्र कुशवाहा की कोई बातचीत नहीं हुई है. लेकिन सूत्रों के अनुसार लालू यादव उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी के एक बड़े कुशवाहा नेता से बातचीत क्र रहे हैं. अगर उस नेता की पसंद की दो सीटें मिल गईं तो उनका महागठबंधन में जाना लगभग तय है.एक सीट उन्हें बिहार में जहानाबाद और झारखण्ड में चतरा की सीट चाहिए.
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