सिटी पोस्ट लाइव (अविनाश सिंह ) : बिहार में लोक सभा की कुल 40 सीटें हैं.इनमे से 23 पर बीजेपी के सांसद चुनाव जीते हैं. एलजेपी के 6, रालोसपा के 3 और जेडीयू के 2 सांसद हैं.इसबार जेडीयू के एनडीए में आ जाने से सीटों के बटवारे को लेकर पेंच इस कदर फंसा है कि बिहार में एनडीए बिखराव की तरफ बढ़ता दिख रहा है. एनडीए में खींचतान की सबसे बड़ी वजह जेडीयू है. दरअसल, जेडीयू राज्य में वह बड़े भाई की भूमिका में होने के नाते सबसे ज्यादा 25 सीटें मांग रहा है. एलजेपी और रालोसपा पिछले चुनाव में जीतनी सीटें मिली थीं, उससे कम पर मानने को तैयार नहीं हैं.यानी एलजेपी 7 से कम सीट और रालोसपा 4 से कम सीट पर मानने को तैयार नहीं है. ऐसा माना जा रहा है कि 25 सीटें मांग रहा जेडीयू 15 सीट पर भी मान जाए लेकिन फिर भी बात बनती नहीं दिख रही. इतनी सीटें सहयोगी दलों को दे देने के बाद बीजेपी के लिए केवल 14 सीटें ही बचेगीं .
सबसे बड़ा सवाल क्या बीजेपी अपनी जीती हुई 9 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ देगी ? इस सवाल का जबाब अभीतक नहीं मिल पाया है .ऐसे में सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ती जा रही है. पिछले महीने जब अमित शाह और नीतीश कुमार की मुलाकात हुई थी ,तब कहा गया था कि एक महीने के अंदर सबकुछ साफ़ हो जाएगा. लेकिन डेढ़ महीने के बाद भी तस्वीर धुंधली है. इस बीच जिस तरह से एनडीए की खिचडी के मुकाबले रालोसपा अध्यक्ष यदुवंशी दूध में कुशवंशी चावल डालकर राजनीतिक खीर पकाने का फार्मूला दे रहे हैं, उससे साफ़ जाहिर है कि एनडीए में बिखराव की संभावना बढ़ गई है.उपेन्द्र कुशवाहा महागठबंधन में जाने की तैयारी कर रहे हैं.
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार शाम को महागठबंधन (राजद, कांग्रेस और हम) के साथ जाने के संकेत दे दिया है. पटना में एक कार्यक्रम के दौरान कुशवाहा ने कहा कि ” यदुवंशी (यादव समाज) का दूध और कुशवंशी (कुशवाहा समाज) का चावल अगर मिल जाए तो सबसे स्वादिष्ट खीर तैयार होगी. बिहार में जब इतने यादव हैं तो गंगा में दूध की कोई कमी नहीं होगी.” जाहिर है कुशवाहा एनडीए की खिचडी के मुकाबले के लिए यदुवंशी-कुशवंशी खीर पकाने लगे हैं. यानी वो एनडीए छोड़ महागठबंधन में जाने का संकेत देने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से लेकर शिवानन्द तिवारी उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन में आने का न्यौता देने लगे हैं.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के गले उपेन्द्र कुशवाहा की ये खीर नहीं उतर रही है और तेजस्वी यादव को ये खीर इतनी पसंद आने लगी है कि उसके पकाने के पहले ही वो उंगुली चाटने लगे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि “प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है. यह एक अच्छा व्यंजन है.”आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कुशवाहा के खीर वाले बयान का समर्थन करते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अच्छे नेता हैं, लेकिन गलत जगह पर हैं. कुशवाहा एनडीए छोड़कर जल्द हमारे गठबंधन में आ जाएं. वे अगर हमारे साथ आएंगे तो हम खुले दिल से उनका स्वागत करेंगे.
एनडीए के दूसरे सहयोगी दल एलजेपी के सुप्रीमो रामविलास पासवान कह रहे हैं कि ये खीर अभी नहीं पकानेवाली है. एनडीए की खिचडी ही पकेगी. उन्होंने रविवार को कहा कि एनडीए में कोई मतभेद नहीं है.बीजेपी-जेडीयू-एलजेपी और रालोसपा एक साथ चुनाव लड़ेंगें. सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज भी करेंगे.
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