नीतीश कुमार से पंगा लेना उपेन्द्र कुशवाहा को पड़ा महंगा, BJP ने रालोसपा से नाता तोड़ने का ले लिया है फैसला
NDA से उपेन्द्र कुशवाहा OUT, BJP जेडीयू के साथ 17-17 सीटों पर लडेगी चुनाव
सिटी पोस्ट लाइव : बीजेपी और नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलना रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा को महंगा पड़ा है. सूत्रों के अह्वाले से खबर आ रही है कि अब बीजेपी ने उपेन्द्र कुशवाहा को एनडीए से बाहर कर देने का फैसला ले लिया है.सूत्र बता रहे हैं कि अब बीजेपी-जेडीयू दोनों ही 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. एलजेपी को 6 सीटें देने का फैसला लिया गया है.खबर के अनुसार ये फैसला बीजेपी ले चुकी है और इसका बहुत जल्द ही औपचारिक एलान हो जाएगा.
उपेन्द्र कुशवाहा को बाहर किये जाने का संकेत वैसे बीजेपी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अमित शाह ने पहले ही दे दिया था. उपेन्द्र कुशवाहा उनसे मिलने गए थे दिल्ली लेकिन अमित शाह नहीं मिले. वैसे बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशिल मोदी ने भी दो दिन पहले ही ‘नीच पॉलिटिक्स “ पर नीतीश कुमार के साथ खड़ा होते हुए उपेन्द्र कुशवाहा को जमकर कहरी खोटी सुना दी थी. मोदी ने ये भी कहा था कि कुछ लोग शहीद होना चाहते हैं. इस बयान का भी ख़ास अर्थ था. रालोसपा के अन्दुरुनी सूत्रों के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा ने खुद मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देने का फैसला लिया है.शरद यादव ने उन्हें ये सलाह दी है कि खुद मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देना है. अपनी बर्खास्तगी का इंतज़ार करना है.रालोसपा पार्टी के नेताओं के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा बर्खास्त होना चाहते हैं ताकि जनता की सहानुभूति उन्हें मिल सके.
रालोसपा प्रवक्ता माधव आनंद ने कहा कि उन्हें बीजेपी के किसी फैसले की जानकारी नहीं है. वो तो बीजेपी के फैसले का इंतज़ार कर रहे हैं.माधव आनंद ने कहा कि वगैर रालोसपा के न तो खीर बन सकती है और ना ही खिचडी पकेगी. हालांकि माधव आनंद ने लालू यादव को एक बड़े जनाधार वाला नेता बताकर ये साफ़ कर दिया कि रालोसपा भी महागठबंधन के साथ जाने का मन बना चुकी है.
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