“उपेंद्र जी, स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की जरुरत है” -तेजस्वी यादव
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज हो गयी है. और आज कल बिहार में खिचड़ी और खीर पर भी काफी राजनीति हो रही है. उपेन्द्र कुशवाहा ने शनिवार को बीपी मंडल की 100वीं जयंती के मौके पर कहा कि यदुवंशियों (यादव) के दूध और कुशवंशियों ( कोइरी) के चावल मिल जाये तो खीर बनने में देर नहीं लगती है. इसके बाद कुशवाहा के इस बयान के बाद उनकी पार्टी के आरजेडी के साथ जाने को लेकर चल रही अटकलें तेज हो गयी है. वहीँ तेजस्वी यादव ने भी इस मामले पर एक ट्वीट किया है जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों पार्टियाँ अगले चुनाव में साथ आ सकते हैं.
नि:संदेह उपेन्द्र जी, स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की ज़रूरत है। पंचमेवा के स्वास्थ्यवर्धक गुण ना केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी ऊर्जा देते हैं। प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है। यह एक अच्छा व्यंजन है। https://t.co/cfBR3bBePm
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 26, 2018
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि”नि:संदेह उपेंद्र जी, स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की जरुरत है”. तेजस्वी ने कहा कि – ” पंचमेवा के स्वास्थवर्धक गुण ना केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी उर्जा देता है. प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टकिता स्वाद और उर्जा की भरपूर मात्रा होती है. यह एक अच्छा व्यंजन है”. गौरतलब है कि बीपी मंडल की 100वीं जयंती के मौके पर कहा था कि – हमलोग सधारण परिवार से आते हैं. साधारण परिवार में जिस दिन घर में खीर बनता है तो दुनिया का सबसे स्वादिष्ट व्यंजन माना जाता है.खीर में पंचमेवा की जरुरत को अति पिछड़ा, गरीब और दलित-शोषित लोग पूरा करेंगे. चीनी शंकर झा आजाद मिलाएंगे. तुलसी दल भूदेव चौधरी के यहां से ले लाएंगे. जुल्लीफार अली के यहां के दरस्तखान ले आएंगे और फिर सभी लोग मिलकर स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद लेंगे.”
बता दें तेजस्वी यादव पिछले कुछ महीनों से लगातार उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दे रहे हैं. पिछले सप्ताह वो वैशाली के जंदाहा में भी तेजस्वी यादव पहुंचे थे ,जहाँ उपेन्द कुशवाहा के पार्टी के नेता प्रखंड प्रमुख मनीष की हत्या हो गई थी. इस हत्याकांड को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तगड़ा निशाना साध चुके हैं. ऐसे में तेजस्वी यादव और उपेन्द्र कुशवाहा के बीच बढ़ती नजदीकियां एक अलग राजनीतिक समीकरण का संकेत दे रही हैं.
यह भी पढ़ें – “नीतीश कुमार हैं नरेंद्र मोदी के बंधुआ मजदूर,सारे तंत्र का कर रहे हैं दुरुपयोग”- रंजीता रंजन
Comments are closed.