उपेन्द्र कुशवाहा को जोड़ने में नाकाम RJD जुटा रालोसपा को तोड़ने में
सिटी पोस्ट लाइव ( विकास चन्दन) :रालोसपा सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा को JDU तो झटका देने में जुटा ही है साथ ही RJD ने भी उपेन्द्र कुशवाहा के संसदीय क्षेत्र के उपेन्द्र कुशवाहा के करीबी नेताओं को अपनी पार्टी से जोड़ना शुरू कर दिया है. यानी JDU उपेन्द्र कुशवाहा के दो विधायकों और एक बचे सांसद रामकुमार को तोड़कर उन्हें NDA में रहने के नाकाबिल बनाने में जुटा है. वहीं RJD ने उपेन्द्र कुशवाहा के संसदीय क्षेत्र के प्रभावशाली रालोसपा के नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करवा कर उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन के साथ आने को मजबूर कर देने की रणनीति पर कम कर रहा है.
डेहरी विधान सभा क्षेत्र के RJD विधायक इलियास हुसैन की विधान सभा सदस्यता रद्द होने के साथ ही इस सीट से चुनाव लड़ने के दावेदार रालोसपा नेता RJD में शामिल होने लगे हैं. उपेंद्र कुशवाहा के करीबी माने जाने वाले नेता फतेह बाहदुर कुशवाहा ने अपने सहयोगियों के साथ RJD में जाने का एलान कर दिया है. शुक्रवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित RJD के मिलन समारोह में रालोसपा नेता नेता फतेह बाहदुर कुशवाहा अपने सहयोगियों के साथ RJD में शामिल हो जायेगें.उपेन्द्र कुशवाहा के संसदीय क्षेत्र में शुरू हुई इस राजनीतिक हलचल से उपेन्द्र कुशवाहा का संकट बढ़ गया है.रालोसपा के नेता पार्टी छोड़ने से पहले उपेन्द्र कुशवाहा पर गठबंधन को लेकर ढुलमुल रवैया अपनाए जाने का आरोप लगा रहे हैं. रालोसपा प्रमुख से खफा फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि कुशवाहा अपने वादे पर खरा उतरने में विफल रहे हैं. कार्यकर्ताओं के भविष्य की जरा भी उन्हें परवाह नहीं.अब उन्हें सबक सिखायेगें. यानी कलतक जो नेता उपेन्द्र कुशवाहा से सबक सिख रहे थे अब उन्हें सबक सिखाने की बात कर रहे हैं.
उपेन्द्र कुशवाहा के संसदीय क्षेत्र काराकाट इलाके के रालोसपा नेता तथा उपेंद्र कुशवाहा के सबसे करीबी रहे फतेह बहादुर सिंह ने अपने समर्थकों के साथ आरएलएसपी छोड़ने की घोषणा कर दी है.उन्होंने सिटी पोस्ट लाइव से कहा कि 23 नवंबर को पटना में आरजेडी में वो अपने कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हो जायेगें.केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के बदले रुख से कुशवाहा की मुसीबत और बढ़ सकती है. क्योंकि पहले ही आरएलएसपी के दोनों विधायक उपेंद्र कुशवाहा से दूरी बना चुके हैं.एक सांसद अरुण कुमार तो पहले ही अलग पार्टी बना चुके हैं और दूसरे सांसद रामकुमार नीतीश कुमार के साथ खड़े दिख रहे हैं.अब देखना ये है कि अपने खिलाफ NDA –और महागठबंधन दोनों की तरफ से खुले मोर्चे का सामना कैसे करते हैं.
रोहतास से विकाश चन्दन की रिपोर्ट
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