सिटी पोस्ट लाइव : इस बीच आज एनडीए दलों की बैठक होगी जिसमें तय होगा कि शपथ ग्रहण समारोह कब आयोजित होगा। इस बीच नीतीश कुमार ने कहा है कि एनडीए की बैठक में सीएम पर फैसला होगा। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की जनता मालिक है। जो चुनाव परिणाम आया है, वह जनता का निर्णय है। जनता को अधिकार है कोई भी फैसला करने का। लोजपा या चिराग पासवान का नाम लिए बगैर कहा कि वह भ्रम फैलाने में सफल रहे। कई लोग जो चीज हो नहीं सकता, उसे ही प्रचारित करते रहे।
चुनाव परिणामों के 48 घंटे बाद गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में दल के वरिष्ठ नेताओं के साथ मीडिया से मुखातिब नीतीश कुमार ने कहा कि उसके यहां कैंडिडेट नहीं है। एक-एक आदमी को खोजकर खड़ा किया गया। बीजेपी को भी कुछ सीटों पर नुकसान हुआ लेकिन, जेडीयू को बहुत सीटों का नुकसान किया गया है। कैसे क्या किया गया है? इधर का वोट कैसे बांटा गया है, उसका अध्ययन हो रहा है। जो चुनाव परिणाम आया है, जो हमलोगों ने देखा है, एक-एक सीट का विश्लेषण किया जा रहा है। एनडीए गठबंधन के लोग भी देख रहे हैं कि कहां क्या हुआ है। मीडिया में भी इसको लेकर बहुत कुछ लिखा गया है।
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि भ्रम फैलाने वालों पर बीजेपी फैसला लेगी। कार्रवाई करना बीजेपी का काम है। हमलोगों ने एक-दूसरे के लिए काम किया है। हम पर चाहे कोई प्रहार किया है तो वह जाने। हम पर चाहे कोई भी कुछ बोले, इसमें हमलोगों की कोई भूमिका नहीं है। बिला वजह किसी पर अटैक नहीं करते।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मौजूदा विधानसभा का कार्यकालय 29 नवम्बर तक है। नई सरकार कब बनेगी, मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, ये अभी तय नहीं है। कहा कि इसकी संवैधानिक प्रक्रिया है। पहले मौजूदा सरकार का इस्तीफा होगा। एनडीए के चारों घटक दलों जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी इसका फैसला करेंगे। चारों दलों की बैठक आज होगी और इसमें निर्णय होगा कि शपथ ग्रहण कब होगा।
सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत चाहत नहीं है। उनका कोई दावा भी नहीं है, लेकिन एनडीए कोई फैसला लेता है तो हम उसके साथ हैं। सीएम पर फैसला एनडीए विधायक दल की बैठक में होगा। यह बैठक कब होगी, इसपर भी जल्द ही निर्णय होगा। 16 नवम्बर को शपथ ग्रहण समारोह के कयासों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी यह तय नहीं है। जदयू को कम संख्या पर सरकार चलाने में कोई दिक्कत होगी, इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग पहली बार सरकार में आए तो 88 विधायक के साथ। दूसरी बार 115 विधायक लेकर आए और 2015 में 101 लड़कर 71 जीते।
हमेशा दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाते रहने और इसबार महज 125 विधायकों संग सरकार चलाने को लेकर पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए की सरकार बनेगी। इस सरकार को काम करने में कोई दिक्कत नहीं है। 19 लाख रोजगार और सात निश्चय-टू को लेकर कहा कि सरकार बनने के बाद निर्णय होगा कि अगला प्रोग्राम क्या होगा। दोनों को मिलाकर काम होगा।
नीतीश कुमार ने साफ किया कि एनडीए की बैठक में जो भी निर्णय होगा उनके लिए मान्य होगा। कहा कि हमको काम करना पड़ेगा तो उसी मेहनत से करेंगे, जैसे करते रहे हैं। जब तक हम काम करेंगे, सबके लिए काम करेंगे।नीतीश कुमार ने कहा कि हमने हर काम समर्पित भाव से किया है। हमने सेवा की है। समाज के हर तबके तक लाभ पहुंचाया है। उसके बाद भी हमारे उम्मीदवार को वोट नहीं मिले तो ये तो जनता का अपना निर्णय है। उनका अधिकार है। कुछ लोग भ्रम फैलाने में सफल रहे। सब लोगों के लिए काम किया, फिर भी लोग भ्रमित होते हैं तो ये लोगों का निर्णय है।
प्रेस कांफ्रेंस में बशिष्ठ नारायण सिंह, बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, आरसीपी सिंह, संजय झा मौजूद रहे।इसके पूर्व नीतीश कुमार ने अपराह्न चार बजे जेडीयू दफ्तर में अपने नवनिर्वाचित सभी 43 विधायकों से मुलाकात की। सबको जीत की बधाई दी। सबसे उनके क्षेत्र की लड़ाई के बारे में जाना। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और प्रकोष्ठ अध्यक्षों से भी मिले और बातचीत की।
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