सिटी पोस्ट लाइव :JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और RJD के विधायक पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह लगातार मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.पार्टी के चेतावनी के वावजूद जिस तरह से उनका बगावती तेवर बना हुआ है, उनके बीजेपी में जाने की अटकलें लगाईं जा रही हैं. लेकिन विधान परिषद के प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने ये साफ़ कर दिया है कि ईन दोनों नेताओं को उनकी पार्टी में शामिल करने का अबतक कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्होंने कहा कि .सुधाकर सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की आवाज उनकी पार्टी में मौजूदा दिक्कतों के विरुद्ध है. दोनों परेशान हैं. भाजपा केवल शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने वालों को सपोर्ट करती है. दोनों के भाजपा में शामिल होने के संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं मिला है.
उपेंद्र कुशवाहा के बारे में उन्होंने कहा कि वो पहले भी एनडीए में रहे हैं.कुशवाहा बड़े भाई हैं. 1990 से 2005 तक जो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ रहे हैं. वे सभी एक हैं. उन्होंने कहा कि 1932 में बिहार में त्रिवेणी संघ बना था. इसमें यादव, कुशवाहा और कुर्मी को शामिल किया गया था. कुर्मी और यादव की राजनीति बिहार में लंबे समय देखी जा रही है. कुशवाहा वोट को लोग अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, भाजपा जाति और धर्म से अलग होकर लोगों के लिए काम करती है. सबका साथ सबका विकास भाजपा का मूल मंत्र है.
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