देश संकट के दौर से गुजर रहा है और कई स्तर पर लगातार साजिशें रची जा रही हैं: सुबोधकांत
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि आज देश संकट के दौर से गुजर रहा है और कई स्तर पर लगातार साजिशें रची जा रही हैं। सहाय ने रविवार को यहां कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ लगभग हर शहर में महिलाएं कड़ाके की ठंड में सड़कों पर रातें गुजार रही हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस पर कुछ नहीं बोलना नहींं चाहते। सहाय ने समाचारों का हवाला देते हुए कहा कि पुलिस ऑफिसर देविंदर सिंह ने अपने बॉस आईजी से कहा कि सर यह गेम प्लान है, आप गेम को ख़राब न करें। यह बात चौंकाने वाली है, उन्होंने मोदी सरकार से यह जानना चाहा है कि वह गेम प्लान क्या है, जिसका खुलासा देविंदर सिंह कर रहे थे। उसके पीछे मास्टर माइंड कौन है और वे लोग कौन हैं, जिनके लिये देविंदर सिंह काम कर रहे थे।
सहाय ने नरेन्द्र मोदी से अपील की कि इतने गंभीर विषय पर सरकार की बात रखें। उन्होंने मोदी से जॉर्ज सेंटियाना की पुस्तक ‘द सेन्स ऑफ़ ब्यूटी’ पढ़ने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के उद्देश्य एवं हमारी संवेदनशील भावनाओं के बीच के संबंधों को भी समझने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि वे तब वाकई में आश्चर्यचकित होंगे, जब मोदी, देश के गंभीर मुद्दों पर गंभीरता बरतेंगे।
सहाय ने राहुल गांंधी के उस वक्तव्य से पूरी सहमति जताई जिसमे उन्होंने वाईसी मोदी के नेतृत्व में एनआइए जांंच पर ऊंंगली उठाई है। उन्होंने कहा है कि उनके नेतृत्व में गुजरात दंगे और हरेन पांड्या मामले की जांंच पर किसी का भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे विकट और कठिन प्रश्नों के बीच प्रधानमंत्री , गृहमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की ख़ामोशी संदेह पैदा करने वाली है। उन्होंने कहा कि वाईसी मोदी वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने गुजरात दंगा और हरेन पंड्या मामले की जांंच की थी। हालिया समय में प्रज्ञा सिंह ठाकुर और असीमानंद जैसे आतंकवाद सम्बन्धी मामले में भी एनआइए की जांंच भरोसे के लायक नहीं है।
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