मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने चुनाव को लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिए निर्देश
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने कहा कि 30 नवंबर को पहले चऱण में 13 सीटों के लिए हुए चुनाव को लेकर जो ऑब्जर्वेशंस प्राप्त हुए हैं, उसके हिसाब से अगले चार चरणों में होनेवाले चुनाव के सिलसिले में तैयारियां और बेहतर व पुख्ता किए जायेंगे। चौबे सोमवार को सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।उन्होंने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों से कहा कि किसी भी विधानसभा क्षेत्र में री-लोकेटेड मतदान केंद्रों में मतदान के दिन मतदाताओं को लाने के लिए वाहन की व्यवस्था करें, ताकि मतदान केंद्र की जानकारी नहीं होने की वजह से कोई मतदाता अपने मताधिकार से वंचित नहीं रहे। इसके अलावा चुनाव आयोग की ओर से मतदान केंद्र के ले आउट के संबंध में निर्धारित प्रावधानों के अनुसार सभी मतदानकर्मी अपने-अपने मतदान कक्ष के अंदर बैठेंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कृपानंद झा और शैलेश कुमार चौरसिया भी मौजूद थे।
हेलीड्रॉपिंग को लेकर लोकेशन का री-वैरीफिकेशन हो
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि हेलीड्रॉपिंग के लोकेशन के को-ऑर्डिनेट्स का री-वैरीफिकेशन भवन निर्माण विभाग के पदाधिकारी व विशेषज्ञ अनिवार्य रूप से करेंगे। इस दिशा में सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक संबंधित विभाग के साथ को-ऑर्डिनेंट करेंगे, ताकि निर्धारित लोकेशन पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग को लेकर किसी तरह की गलतफहमी नहीं हो।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों से कहा कि पहले चरण में कुछ मतदान केंद्रों में बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं होने की रिपोर्ट मिली है। इस वजह से टोकन सिस्टम के बाद भी मतदान के लिए मतदाता क्यू में खड़े थे। आनेवाले चरणों के चुनाव में मतदान केंद्रें पर टोकन सिस्टम के सफल क्रियान्वयन की दिशा में मतदाताओं के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए।
वेबकास्टिंग को लेकर एक दिन पूर्व हो ट्रायल
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि जिन मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जानी है, वे मतदान के एक दिन पूर्व खुले रहेंगे और उस दिन वेबकास्टिंग का ट्रायल किया जाएगा, ताकि मतदान के दिन किसी तरह की दिक्कतें नहीं आए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए डिस्पैच सेंटर में मतदानकर्मियो के लिए एक ट्रेनिंग कियोस्क के अंतर्गत दो ईवीएम व वीवीपैट की व्यवस्था सुनिश्चित करें। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदान के पश्चात वैसे कलस्टर, जहां इंटरमीडियरी स्ट्रांग रूम बनाए गये हैं, वहां सभी अभ्यर्थियों के निर्वाचन अभिकर्ताओं के कलस्टर केंद्र में रात में रुकने के संबंध में चुनाव आयोग के जो प्रावधान हैं, उस संबंध में सीएपीएफ के नोडल अफसर को जानकारी दें, ताकि किसी तरह की गलतफहमी नहीं हो।
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