कुरुक्षेत्र के मैदान पहुँच गए हैं तेजप्रताप, कर दिया है किसके खिलाफ युद्ध का एलान …
सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के लिए वाकई ये बड़ा संकट का दिन है. एक तरफ कानूनी पचड़े में पूरा परिवार फंसा हुआ है ,दूसरी तरफ उनकी सेहत लगातार खराब हो रही हैं. छोटे बेटे को अपनी राजनीतिक विरासत सौंप कर निश्चिन्त होने की कोशिश कर रहे लालू यादव की चिंता उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने बढ़ा दिया है. तेजप्रताप यादव लगातार अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के खिलाफ किसी न किसी बहाने मोर्चा खोले रहते हैं. तेजस्वी की लोकप्रियता से जितने विरोधी परेशान हैं, उससे ज्यादा तेजप्रताप चिंतित हैं.
पिछले कुछ दिनों से तेजप्रताप यादव बेहद नाराज हैं. पार्टी के कार्यक्रम से तो दुरी बना ही रखी है अपने परिवार से भी वो दूर रहने लगे हैं. लेकिन वो चुपचाप नहीं बैठे हैं, इस बात का संकेत उन्होंने कुरुक्षेत्र पहुँच कर दे दिया है. उसी कुरुक्षेत्र के मैदान में वो पहुँच गए हैं, जहाँ महाभारत का युद्ध हुआ था. जिस तरह से जिस अंदाज में तेजप्रताप ने कुरुक्षेत्र की तस्वीर और कमेन्ट पोस्ट किया है उससे तो यहीं संकेत मिलता है कि महाभारत को दुहराने की तैयारी लालू परिवार में चल रही है. इस तरह की चर्चा अब आम हो गई है कि लालू के दोनों लाल सत्ता संग्राम की तैयारी में हैं?
सवाल ये उठता है ये संग्राम दोनों भाइयों के बीच होगा या फिर विरोधियों से. सूत्रों के अनुसार तेजप्रताप यादव की प्राथमिकता पर तेजस्वी यादव हैं फिर विपक्ष है. धर्म और अध्यात्म से जुड़े तेजप्रताप ने आज अपनी तस्वीरों के साथ ट्वीट कर बताया है कि वो कुरुक्षेत्र में हैं. दरअसल महाभारत को लेकर कुरुक्षेत्र का अपना ऐतिहासिक महत्व है. यह तो नहीं पता की तेजप्रताप हरियाणा के कुरुक्षेत्र कब पहुंचे. लेकिन उन्होंने ब्रह्म सरोवर में स्नान करते हुए अपनी फोटो सोशल अकाउंट पर पोस्ट की है. तेजप्रताप ने फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा है.. कुरूक्षेत्र में हूँ, कोटी-कोटी प्रणाम यहाँ की पवित्र धरा को. पवित्र ब्रह्म सरोवर में स्नान कर महाभारत में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेशों वाली पवित्र स्थान का भ्रमण किया. 2019 – 20 का चुनाव भी महाभारत से मिलता जुलता है, कुरुक्षेत्र अपना बिहार है और लड़ाई जारी भी है…. तेज का यह ट्वीट बड़े सस्पेंस से भरा है. इस लिहाज से भी की उन्होंने अपनी तस्वीरों के साथ महाभारत की भी तस्वीरों को अपलोड किया है.
सवाल ये उठता है तेजप्रताप यादव का यह सन्देश किसके लिए है. अगर राजनीतिक विरोधियों के लिए है तो इसके लिए महाभारत के प्रकरण की कोई दरकार नहीं. अभी अपने भाई से नाराज रहने की खबर के बीच उनके इस पोस्ट को लेकर पारिवारिक महाभारत का ही अंदेशा जताया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि तेज पहले भी ऐसे ही कोड वाली भाषा का सहारा लेकर अपने भाई और उनके सहयोगियों पर हमला करते रहे हैं. फिर लालू यादव के दबाव उसे अपने राजनीतिक विरोधियों की तरफ मोड़ देते रहे हैं.ऐसे में यह बता पाना भी बड़ा मुश्किल है की तेजप्रताप बिहार के रणक्षेत्र में किसके खिलाफ धर्मयुद्ध करने की बात कह रहे हैं. अपनों से या फिर अपने राजनीतिक विरोधियों से.
जब भी मौका मिला है तेजप्रताप यादव खुद को कृष्ण का अवतार बताते रहे हैं. उन्होंने आज जो तस्वीर पोस्ट की है उसमें कुरुक्षेत्र के रण में उत्तेजित कृष्ण को दिखाया है. तो क्या वाकई तेजप्रताप गुस्से में हैं. यह गुस्सा किसके खिलाफ है.
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