सिटी पोस्ट लाइव : पटना के गांधी मैदान ने परमिशन नहीं मिलने के बाद आज सुबह से ही राजनीतिक गहमागहमी मची हुई है। महागठबंधन के नेताओं ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी गांधी मैदान पहुंच कर धरने पर बैठ गये हैं। गांधी मैदान पहुंचने से पहले उन्होंने नीतीश सरकार को चुनौती भी दे डाली।
तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके।नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए।
गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे है उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गाँधी मैदान में गाँधी मूर्ति को क़ैद कर लिया ताकि गाँधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गाँधी जी के समक्ष संकल्प ना ले सके।
नीतीश जी,वहाँ पहुँच रहा हूँ। रोक सको तो रोक लीजिए
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 5, 2020
तेजस्वी की अगुवाई में महागठबंधन के नेता आज गांधी मैदान के बाहर गेट नंबर चार पर धरने पर बैठे हैं। तेजस्वी ने गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देने का आह्वान किया था लेकिन प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद आरजेडी कार्यकर्ता गेट पर ही धरने पर बैठ गए।
तेजस्वी यादव ने आरोप जड़ा कि केंद्र के किसान और मजदूर विरोधी फैसलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सहभागी हैं। केंद्र सरकार आज जो बातचीत कर रही है, वह कानून बनाने से पहले होनी चाहिए थी। उन्होंने राज्य के सभी किसानों और संगठनों से बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार कृषि क्षेत्र को भी प्राइवेट कंपनियों को देने की साजिश रच दी है।
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