ट्वीट कर तेजस्वी ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड पर नीतीश सरकार को घेरा
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के नेता प्रतिपक्ष और लालू के लाल तेजस्वी यादव कुछ महीनों तक राजनीति में सक्रिय रहते हैं, फिर अचानक से कहीं गायब हो जाते हैं. लेकिन जब लौटते हैं तो अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए ट्वीटर का सहारा लेते हैं. केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सभी पर ट्वीटर बम फोड़ते हैं. वैसे इन दिनों बिहार की राजनीति में बात कम ट्वीटर बम ज्यादा चल रहा है. ऐसे में एक बार फिर जब तेजस्वी यादव लौटे हैं तो ट्वीटर पर नीतीश सरकार पर बड़ा हमला किया है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर तेजस्वी बेहद गुस्से में दिखाई दे रहे हैं. धराधर तीन ट्वीट कर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा है. अपने पहले ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि “मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार पीड़ित 34 बच्चियों ने बताया था कि उनकी 2-3 साथियो की जघन्य दुष्कर्म बाद दरिंदगी से हत्या कर शव वहीं उसी कॉम्पाउंड मे गाड़ दिए थे। खोदने पर उनके कंकाल भी मिले लेकिन अब नीतीश कुमार और बलात्कारी भाजपाई मंत्रियों को बचाने के लिए CBI कहानी पलट रही है”
वहीँ अपने दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा ” मुज़फ़्फ़रपुर में सरकारी संरक्षण में 34 बच्चियों के साथ सत्ताधारी सफ़ेदपोशों द्वारा वर्षों तक सामूहिक बलात्कार की घटना उजागर होने पर पूरे देश में हाहाकार मचा था। देश की रूह काँप उठी थी उसपर अब CBI द्वारा CM और मंत्रिमंडल में शामिल उनके परम शिष्यों को बचाने की कोशिशें हो रही है।
मुज़फ़्फ़रपुर में सरकारी संरक्षण में 34 बच्चियों के साथ सत्ताधारी सफ़ेदपोशों द्वारा वर्षों तक सामूहिक बलात्कार की घटना उजागर होने पर पूरे देश में हाहाकार मचा था।देश की रूह काँप उठी थी उसपर अब CBI द्वारा CM और मंत्रिमंडल में शामिल उनके परम शिष्यों को बचाने की कोशिशें हो रही है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 12, 2020
फिर आखिरी ट्वीट में कहा ” कोर्ट ने कहा CBI जाँच अधिकारी का transfer ना करें। CBI ने ठेंगा दिखाते हुए किया। मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड राजनीतिक नहीं बल्कि मानवीय मुद्दा है। कैसे अनाथ लड़कियों के साथ सत्ता संपोषित व संरक्षित सामूहिक दुष्कर्म किया जाता रहा और CM उसे लगातार फंड करते रहे? उसके घर जाते रहे?
कोर्ट ने कहा CBI जाँच अधिकारी का transfer ना करें। CBI ने ठेंगा दिखाते हुए किया।
मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड राजनीतिक नहीं बल्कि मानवीय मुद्दा है। कैसे अनाथ लड़कियों के साथ सत्ता संपोषित व संरक्षित सामूहिक दुष्कर्म किया जाता रहा और CM उसे लगातार फंड करते रहे? उसके घर जाते रहे?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 12, 2020
जाहिर है कि कोर्ट में सीबीआई ने जो मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की रिपोर्ट सौंपी, उसमें किसी भी युवती की हत्या से इनकार किया गया है. सीबीआई ने कहा था कि जो हड्डियां बालिका गृह से मिले वो किसी अन्य व्यस्क के हैं न कि किसी युवती के, जिसके बाद बिहार में सियासत गर्म हो चली है. पहले सुशील मोदी ने जहां विपक्ष पर निशाना साधा कि हत्या कि अफवाह की हवा निकल गई, तो अब विपक्ष ने कहा है कि इस मामले में भाजपा और नीतीश सरकार ने सीबीआई से गलत रिपोर्ट तैयार करवाई है.
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