बंगले पर बवाल : तेजस्वी ने साधा सीएम पर निशाना, कहा-नीतीश जी को मुझसे इतनी नफरत क्यों
सिटी पोस्ट लाइव : तेजस्वी यादव के बंगले को खाली कराने की कवायद के बीच अब खुद
तेजस्वी दिल्ली से पटना लौट आए हैं. पटना पहुँचते ही तेजस्वी ने बंगले को लेकर नीतीश सरकार पर हमला बोला और कहा कि हम इस मामले को डबल बेंच के बाद ऊपर के न्यायालय में भी ले जाएंगे. उन्होंने कहा कि भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने हम छोटे बच्चे हैं. आखिर इस छोटे बच्चे से उन्हें इतनी नफरत क्यों है. तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम के पास पटना और दिल्ली में कई मकान हैं, इसलिए पहले उन्हें ये मकान खाली करने चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जब हम सरकार में थे तो सुशील मोदी से हमने मकान खाली नहीं करवाया था. आखिर क्या कारण है जो वे मेरे बंगले के पीछे पड़ गए हैं.
बता दें तेजस्वी यादव का बंगला खाली कराने सुबह प्रशासन की टीम पूरे दलबल के साथ
तेजस्वी यादव के 5 देशरत्न मार्ग पहुंची थी. जिसके बाद ये बात आग की तरह चरों ओर फ़ैल गई. राजद विधायक,राजद के पदाधिकारी से लेकर समर्थक तक बंगले के पास पहुंचने लगे. इतना ही नहीं नीतीश कुमार के खिलाफ
बंगले के बाहर धरना देकर बैठ गए. घंटों तक 5 देशरत्न मार्ग पर राजद समर्थकों की गहमागहमी बनी रही. और अंत में तेजस्वी के वकील द्वारा LPA दिखाने के बाद बंगला खाली करने की कार्रवाई टाल दी गई.
इस बीच अपने छोटे भाई के समर्थन में तेजप्रताप भी सामने आए और नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि उनमे हिम्मत है तो बंगला खाली करवाकर दिखाएं. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि सीएम अपने सभी काम धाम छोड़कर बंगला बंगला खेलने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को सीखना चाहिए की नेता प्रतिपक्ष का सम्मान होता है और ये पूरा मामला बिहार की जनता देख रही है.
वहीं तेजस्वी यादव पर जेडीयू ने तंज कसा है कि लालू यादव को भी एक अणे मार्ग वाला अपना बंगला खाली करने में आठ महीने लग गए थे. जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि वे सरकारी काम में इसलिए बाधा उत्पन्न कर रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकारी संपत्ति से मोह है.
जबकि जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बंगले बहाने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा. इसके लिए उन्होंने ट्वीटर पर एक कविता पोस्ट की है. उन्होंने लिखा है कि ‘इक सरकारी बंगला प्यारा, सरकारी बंगला, मुफ्त में रहना, परायों का धन अपना बनाना, और अब सरकार का बंगला प्यारा, दूसरों का सहारा छीनना, पिता चारा खाकर छड़ के अंदर, और पुत्र का काम बंगला हथियाना।।’ जाहिर है बंगले पर बिहार कि सियासत गर्म हो चली है और राजनीति के गलियारों में इस गर्माहट का असर दिख रहा है.
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